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स्वास्थ्य घरेलू नुस्खे पाक विधिनवरात्रि पर्व में कुछ खास खाने का मन करें तो आप यह लजीज आयटम ट्राय कर सकते हैं। इसे बनाना है बेहद आसान और कम समय में बनने वाला यह व्यंजन सभी को पसंद आएगा। By वनिता कासनियां पंजाब पढ़ें आसान रेसिपी...Mordhan ke dhokaleसामग्री :100 ग्राम सिंघाड़ा आटा, 200 ग्राम मोरधन, 100 ग्राम राजगिरा आटा, 1 कटोरी दही, जीरा, सोडा एक चम्मच, आवश्यकतानुसार सेंधा नमक।विधि :मोरधन को सबसे पहले 2 घंटे गला दें। दही फेंट कर राजगिरा व सिंघाड़ा आटा मिला दें। मोरधन को पीसकर सभी चीजें मिलाकर मिश्रण तैयार करें। इसमें एक चम्मच सोड़ा एवं नमक डालकर अच्छे से फेंटे और कुकर के डिब्बे में भर कर एक सीटी तक पकाएं। अब इसे ठंडा होने दें।ठंडा होने पर इसके मनचाहे आकार में काट लें। अब एक बर्तन में तेल गर्म करके जीरा तड़काएं और तैयार तेल को कटे हुए ढोकले पर चारों तरफ बुरकाएं, ऊपर से धनिया से सजाएं और तली हुई मिर्च अथवा दही के साथ लाजवाब मोरधन के ढोकले (Mordhan ke dhokale) पेश करें।

स्वास्थ्य घरेलू नुस्खे पाक विधि नवरात्रि पर्व में कुछ खास खाने का मन करें तो आप यह लजीज आयटम ट्राय कर सकते हैं। इसे बनाना है बेहद आसान और कम समय में बनने वाला यह व्यंजन सभी को पसंद आएगा।  By  वनिता कासनियां पंजाब पढ़ें आसान रेसिपी...Mordhan ke dhokale सामग्री : 100 ग्राम सिंघाड़ा आटा, 200 ग्राम मोरधन, 100 ग्राम राजगिरा आटा, 1 कटोरी दही, जीरा, सोडा एक चम्मच, आवश्यकतानुसार सेंधा नमक। विधि : मोरधन को सबसे पहले 2 घंटे गला दें। दही फेंट कर राजगिरा व सिंघाड़ा आटा मिला दें। मोरधन को पीसकर सभी चीजें मिलाकर मिश्रण तैयार करें। इसमें एक चम्मच सोड़ा एवं नमक डालकर अच्छे से फेंटे और कुकर के डिब्बे में भर कर एक सीटी तक पकाएं। अब इसे ठंडा होने दें। ठंडा होने पर इसके मनचाहे आकार में काट लें। अब एक बर्तन में तेल गर्म करके जीरा तड़काएं और तैयार तेल को कटे हुए ढोकले पर चारों तरफ बुरकाएं, ऊपर से धनिया से सजाएं और तली हुई मिर्च अथवा दही के साथ लाजवाब मोरधन के ढोकले (Mordhan ke dhokale) पेश करें।

कपकेक खाना ज्यादातर लोगो को पसंद है ये बच्चो के फेवरेट होते है।जब भी बच्चो का मीठा व अच्छा खाने का मन करता है वो कपकेक खाने के लिए बोलते है।अक्सर कपकेक ओवन की मदद से बनते है।लेकिन जिन घरो में ओवन नहीं होते है ,वहा पर अक्सर महिलाएं बाजार से कपकेक मागवती है।लेकिन आप को बात दे कपकेक घर पर आसानी से बना सकती है .आप इसे घर में रखी छोटी कटोरियों की मदद से बना सकती है। तो चलिए जानते है घर पर बिना ओवन के कपकेक कैसे बना सकते है कुकर में बनाए कप केके अगर आपके पास ओवन नहीं है तो कुकर में कपकेक आसानी से बना सकते है। इसके लिए आप पहले कपकेक का मिश्रण बना ले और उसे कपकेक मोल्ड्स या छोटी कटोरी में कपकेक लाइनर बिछाकर डाले। अब कुकर के बेस पर 1 कप नमक डाल कर फैला दे।नमक की जगह रेत का प्रयोग करें। कुकर को कम आंच पर 10- 15 मिनट के लिए प्रिहीट करें।कुकर में पहले से गर्म किए हुए नमक के ऊपर एक प्लेट रख दे। केक के बेटर से भरे प्याले रखने के लिए दूसरी प्लेट रख ले।गैस्केट हटाने के बाद कुकर पर ढक्क्न लगा दे। तेज आंच पर 3 मिनट तक बेक करें और इसे कम आंच पर 15 -29 मिनट तक बेक करें। अब आपके कपकेक बनकर तैयार है। वनिता कासनियां पंजाब द्वारा::-इडली मेकर में बनाएं कपकेक - घर पर कप केक बनाने के लिए इडली मेकर का इस्तेमाल करें। इसके लिए इडली मेकर कुकर ले और उसमे एक कप नमक भरे। ढक्कन बंद करके इसे गर्म होने दे।अब इडली मेकर स्टेंड पर थोड़ा मक्खन लगा दे जिससे वः निचे चिपके नहीं अब कपकेक का बेटर डाले और धीरे से अंदर एक छोटा चॉकलेट क्यूब डाले और थोड़ा सा बेटर डाले अब गैस बंद कर दे और ढक्क्न खोले। इडली मेकर को ध्यान से कुकर के अंदर रख दे। उसके ऊपर एक प्लेट ढककर 30 मिनट के लिए प्रेशर कुकर करें। एक बार हो जाने के बाद भाप निकाले और ढक्कन खोले। इडली मेकर को धीरे से उठाये। स्टील मेकर मोल्ड से कपकेक हटा दे अब कपकेक बनकर तैयार है।

कपकेक खाना ज्यादातर लोगो को पसंद है ये बच्चो के फेवरेट होते है।जब भी बच्चो का मीठा व अच्छा खाने का मन करता है वो कपकेक खाने के लिए बोलते है।अक्सर कपकेक ओवन की मदद से बनते है।लेकिन जिन घरो में ओवन नहीं होते है ,वहा पर अक्सर महिलाएं बाजार से कपकेक मागवती है। लेकिन आप को बात दे कपकेक घर पर आसानी से बना सकती है .आप इसे घर में रखी छोटी कटोरियों की मदद से बना सकती है। तो चलिए जानते है घर पर बिना ओवन के कपकेक कैसे बना सकते है कुकर में बनाए कप केके  अगर आपके पास ओवन नहीं है तो कुकर में कपकेक आसानी से बना सकते है। इसके लिए आप पहले कपकेक का मिश्रण बना ले और उसे कपकेक मोल्ड्स या छोटी कटोरी में कपकेक लाइनर बिछाकर डाले। अब कुकर के बेस पर 1 कप नमक डाल कर फैला दे।नमक की जगह रेत का प्रयोग करें। कुकर को कम आंच पर 10- 15 मिनट के लिए प्रिहीट करें। कुकर में पहले से गर्म किए हुए नमक के ऊपर एक प्लेट रख दे। केक के बेटर से भरे प्याले रखने के लिए दूसरी प्लेट रख ले।गैस्केट हटाने के बाद कुकर पर ढक्क्न लगा दे। तेज आंच पर 3 मिनट तक बेक करें और इसे कम आंच पर 15 -29 मिनट तक बेक करें। अब आपके कपकेक बन...

#पाक #विधि #वनिता #कासनियां #पंजाब द्वाराSatvik recipes पितृ पक्ष के दिनों में अपने पितरों के निमित्त तर्पण करते समय उनका पसंदीदा भोजन बनाकर उन्हें भोग लगाने से पितृ प्रसन्न होकर सभी मनोकामना पूर्ण होने का आशीर्वाद देते हैं। आइए यहां जानते हैं पितृ भोग की सरल विधियों के बारे में-Shradh-Bhoj1. चावल की खीरसामग्री : 2 लीटर गाढ़ा दूध, 50 ग्राम मावा, दो मुट्ठी बासमती चावल, पाव कटोरी मेवे की कतरन, चार बड़े चम्मच शकर, आधा चम्मच पिसी इलायची और 3-4 लच्छे केसर, चुटकी-भर मीठा पीला रंग।विधि : सबसे पहले खीर बनाने से एक-दो घंटे पूर्व चावल धोकर पानी में गला दें। अब दूध को मोटे तले वाले बर्तन में लेकर गरम करके 10-15 उबाल लेकर पका लें। अब चावल का पूरा पानी निथार कर दूध में डाल दें। बीच-बीच में चलाती रहें।चावल पकने के बाद शकर डाल दें और शकर गलने तक दूध को लगातार चलाती रहें। बीच में छोड़े नहीं। अब मावे को किसनी से कद्दूकर कर लें और खीर में मिला दें। जब खीर अच्छी तरह गाढ़ी हो जाए तब उसमें मेवे की कतरन, इलायची डालें। एक अलग कटोरी में थोड़ा-सा गरम दूध लेकर केसर 5-10 मिनट के लिए उसमें गला दें। तत्पश्चात केसर घोंटें और उबलती खीर में डाल दें।अगर खीर केसरिया रंग की ना दिख रही हो तो उसमें चुटकी-भर मीठा पीला रंग घोलकर डाल दें। अब तैयार हो रही खीर की 5-7 उबाली लेकर आंच बंद कर दें। तैयार चावल की खीर से पितृ को भोग लगाएं।2. सादी पूरीसामग्री : 200 ग्राम गेहूं का आटा, आधा चम्मच शकर, थोड़ा-सा नमक और तेल अथवा घी।विधि : आटे और नमक को साथ में छान लें, उसमें छोटा आधा चम्मच शकर डालें। एक बड़ा चम्मच घी अथवा तेल का मोयन मिलाएं।पानी के साथ आटे के टाइट गूंथ लें। अपनी पसंद के अनुसार आटे की गोलियां बना लें। पूरी बेलकर गरम तेल में कुरकुरी तल लें। अब इन्हें पेश करें।3. मखाना खीरसामग्री : 1 लीटर दूध, 2 कटोरी मखाने, 4 चम्मच शकर, 2 चम्मच घी, बादाम-काजू की कतरन, किशमिश, पाव कटोरी बूरा (सूखा नारियल का), 1/2 चम्मच इलायची पाउडर, 5-6 केसर के लच्छे (दूध में भिगोएं हुए)।विधि : सबसे पहले एक कड़ाही में घी गरम करके मखानों को भून लें। तत्पश्चात भूनें मखानों को प्लेट में निकाल कर ठंडे होने दें, फिर उसे कूट लें।अब दूध को उबलने दें, जब दूध उबल जाए तो उसमें कूटे मखाने डालकर पकाएं और शकर डाल दें। इसे गाढ़ा होने तक पकाएं। अब इसमें काजू-बादाम की कतरन, नारियल का बूरा, किशमिश, इलायची और केसर को घोंट कर डालें और डालकर सर्व करें।4. शाही मालपुएसामग्री : 5 बड़े चम्मच मैदा, 5 बड़े चम्मच मिल्क पाउडर, 4 चम्मच रवा, 5 हरी इलायची, 250 ग्राम चीनी, 2 कप दूध, तलने के लिए घी।विधि : सर्वप्रथम चीनी के अलावा बाकी सारी सामग्री को दूध के साथ मिलाकर गाढ़ा घोल बना लें। इसे 3-4 घंटे तक रखे रहें। एक कड़ाही में घी गर्म करके एक बड़ा चम्मच घोल डालकर मंदी आंच पर बादामी रंग होने तक तलें।चीनी की चाशनी बना लें और तला हुआ मालपुआ चाशनी में डाल दें। इस तरह से सभी मालपुए तलकर चाशनी में डालते जाएं। ऊपर से सूखे मेवे व वर्क की कतरन डालकर शाही मालपुए सर्व करें।5. रसगुल्लेसामग्री : 500 ग्राम छेना (कपड़े में बांधकर पानी निकाल दें), 1 चुटकी केसर, 1 चम्मच दूध, 350 ग्राम शकर, 5 कप पानी।विधि : सर्वप्रथम पानी निकले छेने को हथेली से खूब मसल लें। अब दूध में केसर को घिसकर छेने में मिलाएं और अच्छी तरह मिक्स कर लें। जब यह एकसार और चिकना हो जाए तो इसकी 14-15 गोली बनाएं।अब एक बर्तन में शकर-पानी मिलाकर मध्यम आंच पर 5-10 मिनट उबालें। इसमें छेने की गोली डालें और आधा घंटा तक उबालें। इस दौरान उबलते पानी को चम्मच से रसगुल्लों पर डालती रहे ताकि चाशनी गाढ़ी न होने पाएं। रसगुल्ले जब चाशनी वाले पानी में पूरी तरह ऊपर आ जाए तब आंच बंद कर दें। ठंडे होने पर फ्रिज में रखें। बाउल में सजाएं और पेश करें।6. पूरनपोलीसामग्री : 200 ग्राम चने की दाल, 300 ग्राम आटा, 300 ग्राम शकर, 300 ग्राम शुद्ध घी, 6-7 पिसी हुई इलायची, 2 ग्राम जायफल, 8-10 केसर के लच्छे।विधि : सबसे पहले एक प्रेशर कुकर में चने की दाल को अच्छी तरह से धोकर, दाल से डबल पानी लेकर कम आंच पर 30 से 35 मिनट पकने दें। 2-3 सीटी लेने के बाद गैस बंद कर दें।कुकर ठंडा होने के बाद चना दाल को स्टील की छन्नी में निकाल लें ताकि उसका सारा पानी निकल जाए। दाल जब ठंडी हो जाए, तब उसमें 300 ग्राम शकर में से 150 ग्राम शकर मिलाकर मिक्सी में पीस लें। पीसी हुई दाल के मिश्रण को एक कड़ाही में निकालकर उसमें बची हुई 150 ग्राम शकर भी मिला दें।इस प्रकार पूरी 300 ग्राम शकर भी मिला दें। अब इस मिश्रण को कम आंच पर औटाएं यानी तब तक पकाएं, जब तक पूरन की गोली न बनने लगे। जब पूरन बन जाए तब आंच से उतार लें और ठंडा करें। ऊपर से जायफल, इलायची, केसर डालकर मिश्रण के आवश्यकतानुसार 10-12 गोले बना लें।पूरनपोली बनाने के लिए : एक थाली में मैदे की छन्नी से छना आटा लें। उसमें 1 बड़ा चम्मच शुद्ध घी का मोयन डालकर रोटी के आटे जैसा गूंथ लें। इसकी छोटी-छोटी लोइयां बनाकर 1-1 लोई में 1-1 पूरन का गोला रखकर आटा लगाकर मोटी रोटी की तरह बेल लें। अब गरम तवे पर धीमी आंच पर शुद्ध घी लगाकर दोनों तरफ गुलाबी सेंक लें। इस प्रकार सभी पूरन पोली बना लें। पूरन पोली अब अच्छी ज्यादा मात्रा में घी लगाकर कढ़ी या आमटी के साथ परोसें।7. रसमलाईसामग्री : कवर के लिए आटा 250 ग्राम, घी 1 बड़ा चम्मच, पिसी शकर 50 ग्राम, इलायची पाउडर 1 छोटा चम्मच। भरावन के लिए : बारीक कटी मेवा 1 छोटी कटोरी। रबड़ी के लिए : फूल क्रीम दूध 2 लीटर, शकर 2 टेबल स्पून, केसर के धागे 3, सजाने के लिए पिस्ता कतरन 1 चम्मच, बादाम 8-10।पाक विधि : सबसे पहले आटे को घी में गुलाबी भूनकर शकर और 1 गिलास पानी डालकर गाढ़ा हलवा तैयार करें। दूध को शकर और केसर के धागे डालकर आधा रहने तक उबालें। इसे ठंडा होने दें। एक बड़ा चम्मच हलवा लेकर हथेली पर फैलाएं और इसके अंदर एक चम्मच मेवा रखकर चारों ओर से बंद करके हाथ से हल्का-सा चपटा करें।गरम तवे पर एक चम्मच घी लगाकर दोनों ओर सुनहरा होने तक सेकें। इन्हें गरम-गरम ही तैयार रबड़ी में डालें। ऊपर से मेवे की कतरन से सजाकर पेश करें।

#पाक #विधि #वनिता #कासनियां #पंजाब द्वारा Satvik recipes पितृ पक्ष के दिनों में अपने पितरों के निमित्त तर्पण करते समय उनका पसंदीदा भोजन बनाकर उन्हें भोग लगाने से पितृ प्रसन्न होकर सभी मनोकामना पूर्ण होने का आशीर्वाद देते हैं। आइए यहां जानते हैं पितृ भोग की सरल विधियों के बारे में-Shradh-Bhoj 1. चावल की खीर सामग्री : 2 लीटर गाढ़ा दूध, 50 ग्राम मावा, दो मुट्ठी बासमती चावल, पाव कटोरी मेवे की कतरन, चार बड़े चम्मच शकर, आधा चम्मच पिसी इलायची और 3-4 लच्छे केसर, चुटकी-भर मीठा पीला रंग। विधि : सबसे पहले खीर बनाने से एक-दो घंटे पूर्व चावल धोकर पानी में गला दें। अब दूध को मोटे तले वाले बर्तन में लेकर गरम करके 10-15 उबाल लेकर पका लें। अब चावल का पूरा पानी निथार कर दूध में डाल दें। बीच-बीच में चलाती रहें। चावल पकने के बाद शकर डाल दें और शकर गलने तक दूध को लगातार चलाती रहें। बीच में छोड़े नहीं। अब मावे को किसनी से कद्दूकर कर लें और खीर में मिला दें। जब खीर अच्छी तरह गाढ़ी हो जाए तब उसमें मेवे की कतरन, इलायची डालें। एक अलग कटोरी में थोड़ा-सा गरम दूध लेकर केसर 5-10 मिनट के लिए उसमें गला दें। ...

या पितृ पक्ष के दिनों में आने वाली अष्टमी तिथि का बहुत अधिक महत्व शास्त्रों में बताया गया है।By वनिता कासनियां पंजाब इस दिन धन की देवी महालक्ष्मी को खीर का भोग अर्पित करने से माता गजलक्ष्मी प्रसन्न होकर समस्त मनोकामना पूर्ति का आशीष देती हैं। आइए जानें अष्टमी भोग की सरल विधि-शाही खीरसामग्री : 2 लीटर ताजा दूध, 2 मुट्ठी बासमती चावल, 4 बड़े चम्मच शकर, 1/2 चम्मच इलायची पाउडर, 5-7 केसर के लच्छे, 1/2 कटोरी मेवों की कतरन।विधि : माता गजलक्ष्मी के लिए खीर बनाने से पूर्व कुछ देर चावल धोकर पानी में गला दें। अब मोटे तले वाले बर्तन में दूध लेकर गरम करके उबालें और गाढ़ा होने दें। चावल का पानी निथार कर दूध में डाल दें। बीच-बीच में चलाती रहें। चावल पकने के बाद शकर डालें और गलने तक दूध को लगातार चलाते रहें। बीच में छोड़े नहीं।खीर जब अच्छी तरह गाढ़ी हो जाए तब उसमें सभी मेवों की कतरन, इलायची पाउडर डालें। खीर को अच्छी तरह उबलने दें, केसर के लच्छे डालें और गाढ़ी होने पर आंच बंद कर दें। अब तैयार शाही बासमती चावल की खीर से श्राद्ध पक्ष की अष्टमी के दिन महालक्ष्मी और अपने पितरों को भोग लगा कर अपनी मनोकामना बोलें, वह अवश्‍य ही पूर्ण होगी। Laxmi jee bhog

या पितृ पक्ष के दिनों में आने वाली अष्टमी तिथि का बहुत अधिक महत्व शास्त्रों में बताया गया है। By वनिता कासनियां पंजाब इस दिन धन की देवी महालक्ष्मी को खीर का भोग अर्पित करने से माता गजलक्ष्मी प्रसन्न होकर समस्त मनोकामना पूर्ति का आशीष देती हैं। आइए जानें अष्टमी भोग की सरल विधि- शाही खीर सामग्री  : 2 लीटर ताजा दूध, 2 मुट्ठी बासमती चावल, 4 बड़े चम्मच शकर, 1/2 चम्मच इलायची पाउडर, 5-7 केसर के लच्छे, 1/2 कटोरी मेवों की कतरन। विधि :  माता गजलक्ष्मी के लिए खीर बनाने से पूर्व कुछ देर चावल धोकर पानी में गला दें। अब मोटे तले वाले बर्तन में दूध लेकर गरम करके उबालें और गाढ़ा होने दें। चावल का पानी निथार कर दूध में डाल दें। बीच-बीच में चलाती रहें। चावल पकने के बाद शकर डालें और गलने तक दूध को लगातार चलाते रहें। बीच में छोड़े नहीं। खीर जब अच्छी तरह गाढ़ी हो जाए तब उसमें सभी मेवों की कतरन, इलायची पाउडर डालें। खीर को अच्छी तरह उबलने दें, केसर के लच्छे डालें और गाढ़ी होने पर आंच बंद कर दें। अब तैयार शाही बासमती चावल की खीर से श्राद्ध पक्ष की अष्टमी के दिन महालक्ष्मी और अपने पितरों को भ...

#पाक #विधि #वनिता #कासनियां #पंजाब द्वारा#नवरात्रि #स्पेशल फूड चैनल में पाएं ऐसा स्वाद कि हर किसी के मन भाए। जी हां, इस दुर्गा पर्व में ट्राय करें यह रेसिपी, फलाहारी आटे से निर्मित यह आलू की पूरन पोली बनाना है बेहद आसान। तो देर किस बात की। इस नवरात्रि में व्रत के दौरान अवश्य बनाएं और खुद भी खाएं तथा परिवारजनों को भी खिलाएं-सामग्री : 200-200 ग्राम सिंघाड़े व राजगिरे का आटा, 500 ग्राम आलू, 1/2 कटोरी शकर, घी (तलने के लिए), 4-5 केसर लच्छे, 1/2 चम्मच इलायची पाउडर।विधि : सबसे पहले आलू को उबाल कर, छिल कर मैश करें। अब एक कढ़ाई में धीमी आंच पर घी गरम करें व इसमें आलू डालें। 5-7 मिनट भूनें और शकर मिलाएं व लगातार हिलाते हुए 5 मिनट तक पुनः भूनें। फिर इलायची, केसर डालकर अच्छी तरह मिलाएं और आंच से उतार कर रख दें।अब राजगिरे व सिंघाड़े का आटा छानकर एक जगह एकत्रित करके गूंथ लें। आलू की पिट्ठी ठंडी होने पर उसकी गोल-गोल गोलियां बना लें। फिर आटे की पूरी जितनी लोई बेल लें और एक आलू की गोली उसमें रखकर पूरन पोली की तरह बेल लें।तवा गरम करके इसे दोनों तरफ घी लगाकर धीमी आंच पर सेक लें। कई गुणों से भरपूर यह स्वीट पूरन पोली उपवास के दिनों के लिए लाभदायी है। अब गरमा-गरम पोटॅटो पूरन पोली को परोसें।

#पाक #विधि #वनिता #कासनियां #पंजाब द्वारा #नवरात्रि #स्पेशल फूड चैनल में पाएं ऐसा स्वाद कि हर किसी के मन भाए। जी हां, इस दुर्गा पर्व में ट्राय करें यह रेसिपी, फलाहारी आटे से निर्मित यह आलू की पूरन पोली बनाना है बेहद आसान। तो देर किस बात की। इस नवरात्रि में व्रत के दौरान अवश्य बनाएं और खुद भी खाएं तथा परिवारजनों को भी खिलाएं- सामग्री :  200-200 ग्राम सिंघाड़े व राजगिरे का आटा, 500 ग्राम आलू, 1/2 कटोरी शकर, घी (तलने के लिए), 4-5 केसर लच्छे, 1/2 चम्मच इलायची पाउडर। विधि :  सबसे पहले आलू को उबाल कर, छिल कर मैश करें। अब एक कढ़ाई में धीमी आंच पर घी गरम करें व इसमें आलू डालें। 5-7 मिनट भूनें और शकर मिलाएं व लगातार हिलाते हुए 5 मिनट तक पुनः भूनें। फिर इलायची, केसर डालकर अच्छी तरह मिलाएं और आंच से उतार कर रख दें। अब राजगिरे व सिंघाड़े का आटा छानकर एक जगह एकत्रित करके गूंथ लें। आलू की पिट्ठी ठंडी होने पर उसकी गोल-गोल गोलियां बना लें। फिर आटे की पूरी जितनी लोई बेल लें और एक आलू की गोली उसमें रखकर पूरन पोली की तरह बेल लें। तवा गरम करके इसे दोनों तरफ घी लगाकर धीमी आंच पर सेक लें।...

चटनी का सेवनं करना ज्यादातर लोगो को पसंद है .भारतीय खाने में चटनी का बेहद आम स्थान है.चटनी से खाने का स्वाद और बढ़ जाता है .फ़ूड डिश और मौसम के अनुसार चुनाव किया जाता है। वही कुछ चटनी है जो हमेशा बनाकर खायी जाती है .ऐसी ही एक चटनी नारियल की है ये साऊथ इंडियन फ़ूड के साथ सर्व की जाती है .ये आजकल सभी घरो में बनायीं जाती है ये काफी स्वादिष्ट होती है इसे बनाना काफी सरल है तो चलिए जानते है नारियल की चटनी बनाने की सरल रेसिपी के बारे मेंवनिता कासनियां पंजाब द्वारा सामग्रीनारियल कटा हुआ -1 कप,चना दाल - 1 चम्मच,अदरक कदूकस -1 चम्मच ,दही -1 चम्मच ,जीरा -1/2 चम्मच ,राइ -1/4 चम्मच ,करि पत्ते 10 ,हरी मिर्च कटी -2,सुखी लाल मिर्च - 1,तेल -1 चम्मच ,नमक -स्वादानुसारनारियल की चटनी बनाने की विधिनारियल की चटनी बनाने के लिए सबसे पहले ताजे नारियल के टुकड़े कर ले उन्हें मिक्सी में डालकर पीस ले .अब एक बाउल में निकाल ले .इसके बाद चना दाल को भूनकर मिक्सी में डाले इसके साथ अदरक और कटी हुई हरी मिर्च डाल दे और सारि चीजे बारीक़ पीस ले .इसके बाद पइसे मिश्रण में दरदरा पिसा नारियल डाल दे और एक बार फिर से मिक्सी में पीस ले .पिस्ते समय इसमें जरूरत अनुसार पानी मिला दे इसके बाद इसे एक बाउल में निकाल ले अब चटनी में तड़का लगाने के लिए एक छोटे पेन में तेल डालकर धीमी आंच पर गर्म करे .जब तेल गर्म हो जाये तो उसमे राई डाल दे .जब राइ चटकने लगे तो तेल में जीरा और सुखी लाल मिर्च भी डाल दे.अब कुछ देर बाद इसमें कड़ी पत्ते डाले .कुछ समय बाद गेंस बंद का दे और नारियल चटनी के ऊपर डालकर मिला दे.अब टेस्टी नारियल चटनी बैंकर तैयार है इसे सर्व करे।

चटनी का सेवनं करना ज्यादातर लोगो को पसंद है .भारतीय खाने में चटनी का बेहद आम स्थान है.चटनी से खाने का स्वाद और बढ़ जाता है .फ़ूड डिश और मौसम के अनुसार चुनाव किया जाता है। वही कुछ चटनी है जो हमेशा बनाकर खायी जाती है .ऐसी ही एक चटनी नारियल की है ये साऊथ इंडियन फ़ूड के साथ सर्व की जाती है .ये आजकल सभी घरो में बनायीं जाती है ये काफी स्वादिष्ट होती है इसे बनाना काफी सरल है तो चलिए जानते है नारियल की चटनी बनाने की सरल रेसिपी के बारे में वनिता कासनियां पंजाब द्वारा सामग्री नारियल कटा हुआ -1 कप,चना दाल - 1 चम्मच,अदरक कदूकस -1 चम्मच ,दही -1 चम्मच ,जीरा -1/2 चम्मच ,राइ -1/4 चम्मच ,करि पत्ते 10 ,हरी मिर्च कटी -2,सुखी लाल मिर्च - 1,तेल -1 चम्मच ,नमक -स्वादानुसार नारियल की चटनी बनाने की विधि नारियल की चटनी बनाने के लिए सबसे पहले ताजे नारियल के टुकड़े कर ले उन्हें मिक्सी में डालकर पीस ले .अब एक बाउल में निकाल ले .इसके बाद चना दाल को भूनकर मिक्सी में डाले इसके साथ अदरक और कटी हुई हरी मिर्च डाल दे और सारि चीजे बारीक़ पीस ले .इसके बाद पइसे मिश्रण में दरदरा पिसा नारियल डाल दे और एक बार फिर से मिक...

#शारदीय #नवरात्रि (Navratri 2022) का पर्व आरंभ होने वाला है। और इन दिनों #मां की आराधना करने का मन भी करता है। इन दिनों जहां गरबों की धूम रहती हैं, वहीं गरबा #प्रेक्ट‍िस और #व्रत-उपवास रखने से अत्यधि‍क एनर्जी लॉस होने के साथ ही थकान भी बहुत जल्दी महसूस होती है, अत: हमें अतिरिक्त उर्जा की आवश्यकता होती है।#वनिता #कासनियां #पंजाब द्वारातो आइए हम बता रहे हैं, ऐसे ही 10 सुपर एनर्जी ड्रिंक्स, जो नवरात्रि के दिनों में आपको एनर्जी देंगे तथा थकान से बचाए रखने में मदद करेंगे-1 #नींबू शिकंजी- नींबू का #शर्बत केवल गर्मियों में ही नहीं पिया जाता, बल्कि जब भी एनर्जी की आवश्यकता महसूस हो, तब इसे लिया जा सकता है। नींबू में भरपूर मात्रा में विटामिन सी और घुलनशील ग्लूकोज होता है, जो शरीर में जाकर #रक्त में घुल जाता है और शरीर को हाइड्रेट कर, मिनरल्स की पूर्ति करता है।2 #बनाना शेक- #केला तुरंत उर्जा देने का काम करता है, इसलि‍ए आप बनाना शेक का प्रयोग कर सकते हैं। इसमें मौजूद ग्लूकोज, विटामिन, मिनरल्स, पोटेशि‍यम और फास्फोरस मिलकर आपकी थकान को मिटाकर उर्जा का स्तर बढ़ाने और बनाए रखने में मदद करते हैं।3 नींबू-शहद- हल्के गुनगुने पानी में नींबू और शहद मिलाकर पीने से आप दिनभर तरोताजा और उर्जावान बने रह सकते हैं। हर दिन सुबह खालीपेट इसका प्रयोग करने से आप दिनभर थकान महसूस नहीं करते और सक्रिय बने रहते हैं।4 #ग्रीन टी- ग्रीन-टी आपको आंतरिक शक्ति प्रदान करती है। यह केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को सचेत करने में मदद करती है, जिससे आप पूरे समय क्रियाशील और उर्जावान महसूस करते हैं। प्रतिदिन दिन में दो बार इसका प्रयोग शरीर को स्वस्थ रखने में भी सहायता करेगा।5 #एप्पल जूस- जी हां सेब का रस भी आपको भरपूर उर्जा देता है और लंबे समय तक आपको उर्जावान बनाए रखने में मदद करता है। इसका प्रयोग दूध के साथ एप्पल शेक बनाकर भी कर सकते हैं।6 #गाजर का रस- #विटामिन, मिनरल्स, प्रोटीन और कैरोटीन से भरपूर गाजर का रस आपके उर्जा के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है। इसमें कैलोरी कम होती है, और पोषक तत्वों की संख्या अधिक।7 #स्ट्रॉबेरी शे‍क- तुरंत एनर्जी पाने के लिए स्ट्रॉबेरी एक बढ़ि‍या तरीका है। फाइबर और विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर स्ट्रॉबेरी एक हाई एनर्जी फ्रूट है, जो आपके शरीर में उर्जा के स्तर को बढ़ाता ही नहीं बल्कि उसे बनाए भी रखता है।8 #नारियल पानी- नारियल का पानी पीने से आपका एनर्जी लेवल एकदम से बढ़ जाएगा और ताजगी महसूस करेंगे। गर्मी के दिनों में उपवास करना सेहत के बहुत अधिक अच्छा नहीं होता है। इसलिए अपनी सेहत का ख्याल रखते हुए दिनभर में 1 नारियल पानी जरूर पिएं। इसे पीने से आपको #पेट में जलन भी नहीं होंगी।9 #छाछ- लगातर उपावस करना थोड़ा जोखिमभरा हो सकता है। लेकिन मां की आराधना करना भी जरूरी है। ऐसे में आप एक गिलास छाछ जरूर पिएं। इसमें आप जीरा और फरियाली नमक डाल सकते हैं। यह आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।10 #सौंफ का पानी- सौंफ का पानी पीने से आपके पेट की जलन भी कम हो जाएगी और यह बॉडी को हाइड्रेट रखेगा। सौंफ का पानी बनाने के लिए सौंफ को कम से कम 6 घंटे के लिए गला दें और बाद में पानी में उबालकर ठंडा करके पी सकते हैं।तो गरबा #प्रेक्टि‍स में और गरबे करते समय जब थकने का मन नहीं हो, तब इन 10 पेय पदार्थों का प्रयोग करके अपने ऊर्जा का स्तर बनाए रखिए और निरंतर थिरकते रहिए #डांडिया की धुन पर और रहे आनंदित।The festival of #Sharadiya #Navratri (Navratri 2022) is about to begin. And these days he also feels like worshiping his mother. These days, where there is a lot of Garba, there is a lot of Garba practice and fasting.

#शारदीय #नवरात्रि (Navratri 2022) का पर्व आरंभ होने वाला है। और इन दिनों #मां की आराधना करने का मन भी करता है। इन दिनों जहां गरबों की धूम रहती हैं, वहीं गरबा #प्रेक्ट‍िस और #व्रत-उपवास रखने से अत्यधि‍क एनर्जी लॉस होने के साथ ही थकान भी बहुत जल्दी महसूस होती है, अत: हमें अतिरिक्त उर्जा की आवश्यकता होती है। #वनिता #कासनियां #पंजाब द्वारा तो आइए हम बता रहे हैं, ऐसे ही 10 सुपर एनर्जी ड्रिंक्स, जो नवरात्रि के दिनों में आपको एनर्जी देंगे तथा थकान से बचाए रखने में मदद करेंगे- 1 #नींबू शिकंजी- नींबू का #शर्बत केवल गर्मियों में ही नहीं पिया जाता, बल्कि जब भी एनर्जी की आवश्यकता महसूस हो, तब इसे लिया जा सकता है। नींबू में भरपूर मात्रा में विटामिन सी और घुलनशील ग्लूकोज होता है, जो शरीर में जाकर #रक्त में घुल जाता है और शरीर को हाइड्रेट कर, मिनरल्स की पूर्ति करता है। 2 #बनाना शेक- #केला तुरंत उर्जा देने का काम करता है, इसलि‍ए आप बनाना शेक का प्रयोग कर सकते हैं। इसमें मौजूद ग्लूकोज, विटामिन, मिनरल्स, पोटेशि‍यम और फास्फोरस मिलकर आपकी थकान को मिटाकर उर्जा का स्तर बढ़ाने और बनाए रखने में मद...

अगर हम रोजाना 1 टमाटर खाना शुरू कर दें तो हमारे शरीर में क्या बदलाव आएगा?By वनिता कासनियां पंजाबअगर हम रोजाना 1 टमाटर खाना शुरू कर दें तो हमारे शरीर में बदलाव आएगा जो इस प्रकार है:-1. दांतों एवं हड्डियों की कमजोरी दूर होगी।2. रक्त की वृद्धि होगी।3. कब्ज दूर होगी।4. पाचन शक्ति ठीक होगी।5. स्मरण शक्ति बढ़ेगी।6. चेहरा टमाटर की तरह लाल हो जाएगा।7. मोटापा नहीं बढ़ेगा।8. चर्म रोगों से बचाव होगा।9. रोजाना खाली पेट टमाटर खाने से आपका बढ़ा हुआ भार धीरे-धीरे कम होने लगेगा।10. जीभ का मैलापन दूर होगा।11. थकावट-कमजोरी दूर होकर, चेहरे पर रौनक आएगी।12. कच्चा टमाटर खाने से त्वचा की खुश्की दूर होगी।13. टमाटर खाते रहने से अल्प दृष्टि नहीं होगी।14. रोजाना टमाटर का सेवन करने वालों को मधुमेह रोग कभी नहीं होगा क्योंकि टमाटर की खटाई शरीर में शर्करा की मात्रा को कम करती रहती है।

अगर हम रोजाना 1 टमाटर खाना शुरू कर दें तो हमारे शरीर में क्या बदलाव आएगा? By वनिता कासनियां पंजाब अगर हम रोजाना 1 टमाटर खाना शुरू कर दें तो हमारे शरीर में बदलाव आएगा जो इस प्रकार है:- 1. दांतों एवं हड्डियों की कमजोरी दूर होगी। 2. रक्त की वृद्धि होगी। 3. कब्ज दूर होगी। 4. पाचन शक्ति ठीक होगी। 5. स्मरण शक्ति बढ़ेगी। 6. चेहरा टमाटर की तरह लाल हो जाएगा। 7. मोटापा नहीं बढ़ेगा। 8. चर्म रोगों से बचाव होगा। 9. रोजाना खाली पेट टमाटर खाने से आपका बढ़ा हुआ भार धीरे-धीरे कम होने लगेगा। 10. जीभ का मैलापन दूर होगा। 11. थकावट-कमजोरी दूर होकर, चेहरे पर रौनक आएगी। 12. कच्चा टमाटर खाने से त्वचा की खुश्की दूर होगी। 13. टमाटर खाते रहने से अल्प दृष्टि (Night Blindness) नहीं होगी। 14. रोजाना टमाटर का सेवन करने वालों को मधुमेह रोग कभी नहीं होगा क्योंकि टमाटर की खटाई शरीर में शर्करा की मात्रा को कम करती रहती है।

स्वास्थ्य घरेलू नुस्खेहल्दी और फिट बॉडी होना बेहद जरूरी हैं, जिससे बीमारियों से दूर रहने के साथ हम एक्टिव भी बने रहें। लेकिन बिजी लाइफस्टाइल के कारण अक्सर हम अपने शरीर पर ध्यान नहीं दे पाते, और वजन बढ़ने के साथ हम धीरे-धीरे बीमारियों के जाल में फसते चले जाते हैं। इस समस्या से छुटकारा पाने का सबसे आसान तरीका है, हेल्दी डाइट लेना। ऐसी डाइट फॉलो करना जिसमें भरपूर मात्रा में फल और सब्जियों का सेवन किया जाए। लेकिन अगर आप सलाद और फ्रूट जूस लेकर बोर हो गई हैं, तो आज हम आपको बताने जा रहें हैं, सब्जियों के हेल्दी जूस की रेसेपी, जो वजन कम करने के साथ बॉडी को डिटॉक्स करने में भी मदद कर सकते हैं।जानिए वेट लॉस में कैसे फायदेमंद है वेजिटेबल जूससब्जियों और फलों के जूस में भरपूर मात्रा में विटामिन, मिनरल्स और प्लांट कंपाउंड पाया जाता है। इसके साथ ही इसमें हेल्दी फाइबर भी होता है, जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक है। मायो क्लीनिक की रिसर्च के अनुसार जूस हमारी पाचन क्रिया स्वस्थ रखने के साथ बॉडी को डिटॉक्स करने में मदद करता है। यह इम्युन सिस्टम मजबूत करने के साथ वजन घटाने में भी मददगार हो सकता है।नोट कीजिए दो वेट लॉस वेजिटेबल जूस की रेसिपीkhoon ki kami door kare chukandarनोट कीजिए लौकी और चुकंदर वेजिटेबल जूस की रेसिपी । चित्र शटरस्टॉक1. लौकी और चुकंदर वेजिटेबल जूस (Bottle gourd beetroot juice)सामग्रीलौकी – 100 gचुकंदर – 1 (मध्यम आकार)गाजर – 2टमाटर – 2नींबू – आधा नींबूपुदिना – 8 से 10 पत्तेकाला नमक – स्वादानुसारइस तरह तैयार करें लौकी चुकंदर का जूसलौकी, चुकंदर और गाजर को छीलकर अलग रख लें। इसके बाद टमाटर के साथ सभी सब्जियों को बड़े टूकड़ो में काटकर जूसर में डालें और इसका जूस तैयार कर लें। आखिरी स्टेप में नींबू का रस और स्वादानुसार काला नमक डालें। लीजिए आपको हेल्दी वेजिटेबल जूस तैयार है।आपके लिए क्यों फायदेमंद है लौकी-चुकंदर का जूसआयुर्वेद के अनुसार लौकी के जूस का सेवन करने से जल्द वजन घटाने में मदद मिलती है। वहीं शरीर में खून की मात्रा बढ़ाने के लिए चुकंदर बेहद लाभदायक है। इसमें विटामिन-ए और विटामिन – सी की भरपूर मात्रा होती है। जिसके कारण यह आपकी आखों व त्वचा के लिए बेहद लाभदायक है। सुबह खाली पेट या नाश्ते में इसका सेवन करने से बॉडी को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है।coloured fruits aur vegetables ke faydeलौकी और कद्दू का मिक्स वेजिटेबल जूस। चित्र: शटरस्टॉक2. लौकी और कद्दू का मिक्स वेजिटेबल जूस (Bottle gourd pumpkin juice)सामग्रीकद्दू – 100gलौकी – 100gटमाटर – 2गाजर – 1आंवला – 2चुकंदर – 1 (मध्यम आकार)पुदीना – 10 पत्तियांनींबू का रस – 1 चम्मचकाला नमक – स्वादानुसारइस तरह तैयार करें लौकी और कद्दू का जूससभी सब्जियों को धोकर छील लें और बड़े आकार के टूकड़ो में काट लें। इसके बाद जूसर में कटी हुई सब्जियों को डालें। आंवला और पुदीना भी साथ में डालें। इस मिक्सचर का गाढ़ा जूस बना लें और स्वाद के लिए नींबू का रस और काला नमक डालें।नोट कीजिए लौकी और कद्दू के जूस के फायदेइस जूस में लौकी और कद्दु का इस्तेमाल किया गया है, जिससे वेट लॉस में काफी फायदा होगा। इसके साथ ही नींबू और काला नमक होने के कारण यह आपकी पाचन क्रिया के लिए भी फायदेमंद है। टमाटर, चुकंदर और आंवला होने के कारण यह आपकी स्किन और बालों के लिए भी लाभदायक है। इसमें लो कैलोरी होने के साथ ही कार्ब्स की मात्रा बहुत कम है। जिससे आप अपनी वेट लॉस यात्रा को गीयर अप कर सकती हैं।बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम It is very important to have turmeric and a fit body, so that apart from staying away from diseases, we also remain active.By #Vanita #Kasaniyan #Punjab But due to busy lifestyle we are often unable to pay attention to our body.

स्वास्थ्य घरेलू नुस्खे हल्दी और फिट बॉडी होना बेहद जरूरी हैं, जिससे बीमारियों से दूर रहने के साथ हम एक्टिव भी बने रहें। लेकिन बिजी लाइफस्टाइल के कारण अक्सर हम अपने शरीर पर ध्यान नहीं दे पाते, और वजन बढ़ने के साथ हम धीरे-धीरे बीमारियों के जाल में फसते चले जाते हैं। इस समस्या से छुटकारा पाने का सबसे आसान तरीका है, हेल्दी डाइट लेना। ऐसी डाइट फॉलो करना जिसमें भरपूर मात्रा में फल और सब्जियों का सेवन किया जाए। लेकिन अगर आप सलाद और फ्रूट जूस लेकर बोर हो गई हैं, तो आज हम आपको बताने जा रहें हैं, सब्जियों के हेल्दी जूस की रेसेपी, जो वजन कम करने के साथ बॉडी को डिटॉक्स करने में भी मदद कर सकते हैं। जानिए वेट लॉस में कैसे फायदेमंद है वेजिटेबल जूस सब्जियों और फलों के जूस में भरपूर मात्रा में विटामिन, मिनरल्स और प्लांट कंपाउंड पाया जाता है। इसके साथ ही इसमें हेल्दी फाइबर भी होता है, जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक है। मायो क्लीनिक की रिसर्च के अनुसार जूस हमारी पाचन क्रिया स्वस्थ रखने के साथ बॉडी को डिटॉक्स करने में मदद करता है। यह इम्युन सिस्टम मजबूत करने के साथ वजन घटाने में भी मददगार हो सकता...

स्वास्थ्य घरेलू नुस्खेमिश्री, चीनी और बताशे में क्या अन्तर होता है और ये कैसे बनाये जाते हैं? (By वनिता कासनियां पंजाब) कुंजा मिश्री – कुंजा का अर्थ होता है मिट्टी का छोटा गोल पात्र यानि घड़ा। मिट्टी के पात्र में बनी हुई मिश्री असल में कुंजा मिश्री होती है। इसे खांड से बनाया जाता है। इस तरह बनी हुई मिश्री की तासीर ठंडी होती है। आयुर्वेदिक दवाओं में इसी मिश्री का उपयोग किया जाता है।वर्तमान में शायद ही कोई मिट्टी के पात्र में बनाता हो। अब धागे वाली मिश्री को ही कुंजा मिश्री भी कहा जाता है।👉मिश्री धागे वाली – Mishriधागे वाली मिश्री बनाने के लिए खांड को पानी मिलाकर उबाला जाता है। किसी प्रकार के केमिकल का उपयोग नहीं किया जाता। इसे 7-8 दिनों तक घागा लगाकर हवा और सूरज की रोशनी ना लगे ऐसे विशेष कंटेनर में रखा जाता है। इससे मिश्री के बड़े डले यानि क्रिस्टल बन जाते हैं।चीनी की फैक्ट्री में भी मिश्री बनाई जाती है। चीनी को सफ़ेद करने से पहले भूरा चीनी बनती है। इसे पानी में घोल कर उबाला जाता है फिर दूध आदि से शुद्ध करके धागे की मदद से मिश्री के क्रिस्टल बनाये जाते हैं।कुछ लोग सफ़ेद चीनी और गर्म पानी का संतृप घोल बनाकर धागा मिश्री बनाते हैं। लेकिन ऐसी मिश्री लाभदायक नहीं होती है।👉बताशा – Batashaबताशा शुभ कार्यों में काम में लिया जाता है। त्यौहार आदि के अवसर पर मीठे के रूप में इसे रखा जाता है। इसके अलावा किसी किसी आयुर्वेदिक दवा को बताशे के साथ लिया जाता है। ये चीनी की अपेक्षा नर्म होते हैं। इसलिए आसानी से खाये जा सकते हैं। बताशा सफ़ेद चीनी का ही दूसरा रूप है अतः उसके गुण भी वैसे ही हैं।बताशा बनाने के लिए चीनी को पानी में घोल कर उबाला जाता है। फिर उसे बेकिंग सोडा की मदद से फूला हुआ रूप देकर मनचाहे छोटे बड़े आकार में डालकर सुखा लिया जाता है। यह काम अधिकतर हाथों से ही किया जाता है।👉सफ़ेद दानेदार चीनी – Refined white sugarयह वो चीनी है जो जिसका हम रोजाना उपयोग करते हैं। इस सफ़ेद चीनी को बनाने के लिए गन्ने के रस को छान कर उबाला जाता है। फिर सल्फर डाई ऑक्साइड तथा लाइन स्टोन की मदद से शुद्ध किया जाता है। इसके बाद ब्लीच तथा अन्य केमिकल की मदद से इसे और परिष्कृत करके सफ़ेद चीनी बनाई जाती है। यह दिखने में तो अच्छी होती है लेकिन शरीर के लिए नुकसानदेह होती है।health home remediesWhat is the difference between sugar candy and sugar and how are they ma (By Vanitha Kasniya PunjKunja Mishri – Kunja means small round clay pot i.e. pitcher.ab)de?

स्वास्थ्य घरेलू नुस्खे मिश्री, चीनी और बताशे में क्या अन्तर होता है और ये कैसे बनाये जाते हैं?  ( By वनिता कासनियां पंजाब ) कुंजा मिश्री – कुंजा का अर्थ होता है मिट्टी का छोटा गोल पात्र यानि घड़ा। मिट्टी के पात्र में बनी हुई मिश्री असल में कुंजा मिश्री होती है। इसे खांड से बनाया जाता है। इस तरह बनी हुई मिश्री की तासीर ठंडी होती है। आयुर्वेदिक दवाओं में इसी मिश्री का उपयोग किया जाता है। वर्तमान में शायद ही कोई मिट्टी के पात्र में बनाता हो। अब धागे वाली मिश्री को ही कुंजा मिश्री भी कहा जाता है। 👉मिश्री धागे वाली – Mishri धागे वाली मिश्री बनाने के लिए खांड को पानी मिलाकर उबाला जाता है। किसी प्रकार के केमिकल का उपयोग नहीं किया जाता। इसे 7-8 दिनों तक घागा लगाकर हवा और सूरज की रोशनी ना लगे ऐसे विशेष कंटेनर में रखा जाता है। इससे मिश्री के बड़े डले यानि क्रिस्टल बन जाते हैं। चीनी की फैक्ट्री में भी मिश्री बनाई जाती है। चीनी को सफ़ेद करने से पहले भूरा चीनी बनती है। इसे पानी में घोल कर उबाला जाता है फिर दूध आदि से शुद्ध करके धागे की मदद से मिश्री के क्रिस्टल बनाये जाते हैं। कुछ लोग सफ़ेद चीनी औ...