“बबूल की फली की सब्ज़ी /अचार” By वनिता कासनियां पंजाब एक राजस्थान में प्रचलित रेसिपी है, वहां इसे पाटड़े की सब्ज़ी / अचार कहते हैं | इसे बनाना काफी सरल है, यहां मै इसकी रेसिपी प्रस्तुत कर रहा हूँ | इसे आप अचार भी कह सकते हैं कारण इसे आप फ्रिज मे रख कर 3 - 4 दिन तक इस्तेमाल कर सकते हैं |आवश्यक सामग्री :-बबूल की नर्म फलियां - 250 ग्राम लगभगहल्दी पाउडर - 1 टी स्पूनलालमिर्च - 1 टी स्पूनजीरा - 1 टी स्पूनअमचूर - 2 टी स्पूनसौंफ - 1 टी स्पूनकलौंजी - 1 टी स्पूनहींग पाउडर - एक चौथाई टी स्पूननमक - 2 टी स्पूनसरसो का तेल - 100 मिली लिटरविधि :-सबसे पहले बबूल की फलियों को साफ पानी मे धो कर सारा पानी ड्रेन कर दें | अब हर फली के आगे व पीछे के नोकदार सिरे तोड़ के उनके सभी गोल खंड भी तोड़ कर अलग कर दें |अब इन्हे लगभग 200 मिली लिटर पानी, 1 टी स्पून नमक व आधा टी स्पून हल्दी के साथ एक कुकर मे ले कर एक सिटी लगा लें, इतने मे ही ये फलियां पक जाएंगीं |कुकर खोल कर फलियों के सभी टुकड़े निकाल कर ठंडे पानी मे डाल कर निकाल लें व दोनों हाथों मे दबा कर उनका सभी पानी हल्के हाथ से निचोड़ दें |अब एक कड़ाही मे तेल गर्म करें, जब तेल अच्छा गर्म हो जावे तब आंच कम करके जीरा व हींग डालें | उनके तड़कने पर तुरंत फली के टुकड़े डाल दें हल्का सा चला कर शेष आधा टी स्पून हल्दी, नमक, लाल मिर्च, कलौंजी व अमचूर डाल कर पुनः चला दें |इसे बिना ढके 1 - 2 मिनट तक कम आंच पर पकने दें | यह तैयार हो गई “बबूल की फली की सब्ज़ी ” | सुना है कि इसका सेवन शुगर के लिए व घुटनो के दर्द मे राहत देने वाला माना जाता है | इसके लिए बबूल की वे नर्म फलियां लें, जिनमे कड़ा बीज न हो |
“बबूल की फली की सब्ज़ी /अचार”
एक राजस्थान में प्रचलित रेसिपी है, वहां इसे पाटड़े की सब्ज़ी / अचार कहते हैं | इसे बनाना काफी सरल है, यहां मै इसकी रेसिपी प्रस्तुत कर रहा हूँ | इसे आप अचार भी कह सकते हैं कारण इसे आप फ्रिज मे रख कर 3 - 4 दिन तक इस्तेमाल कर सकते हैं |
आवश्यक सामग्री :-
बबूल की नर्म फलियां - 250 ग्राम लगभग
हल्दी पाउडर - 1 टी स्पून
लालमिर्च - 1 टी स्पून
जीरा - 1 टी स्पून
अमचूर - 2 टी स्पून
सौंफ - 1 टी स्पून
कलौंजी - 1 टी स्पून
हींग पाउडर - एक चौथाई टी स्पून
नमक - 2 टी स्पून
सरसो का तेल - 100 मिली लिटर
विधि :-
सबसे पहले बबूल की फलियों को साफ पानी मे धो कर सारा पानी ड्रेन कर दें | अब हर फली के आगे व पीछे के नोकदार सिरे तोड़ के उनके सभी गोल खंड भी तोड़ कर अलग कर दें |
अब इन्हे लगभग 200 मिली लिटर पानी, 1 टी स्पून नमक व आधा टी स्पून हल्दी के साथ एक कुकर मे ले कर एक सिटी लगा लें, इतने मे ही ये फलियां पक जाएंगीं |
कुकर खोल कर फलियों के सभी टुकड़े निकाल कर ठंडे पानी मे डाल कर निकाल लें व दोनों हाथों मे दबा कर उनका सभी पानी हल्के हाथ से निचोड़ दें |
अब एक कड़ाही मे तेल गर्म करें, जब तेल अच्छा गर्म हो जावे तब आंच कम करके जीरा व हींग डालें | उनके तड़कने पर तुरंत फली के टुकड़े डाल दें हल्का सा चला कर शेष आधा टी स्पून हल्दी, नमक, लाल मिर्च, कलौंजी व अमचूर डाल कर पुनः चला दें |
इसे बिना ढके 1 - 2 मिनट तक कम आंच पर पकने दें | यह तैयार हो गई “बबूल की फली की सब्ज़ी ” | सुना है कि इसका सेवन शुगर के लिए व घुटनो के दर्द मे राहत देने वाला माना जाता है | इसके लिए बबूल की वे नर्म फलियां लें, जिनमे कड़ा बीज न हो |
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