मूंग की दाल को जब कुकर में बनाया जाता है तो बड़े बुजुर्ग ये क्यों कहते हैं दाल उबली है पर बनी नहीं इसको धीमी आंच पर बिना ढक्क्न के कुछ देर ओर रखो? By वनिता कासनियां पंजाब मेरी एक फ्रेंड नौकरी करती है। बाकी काम तो घर के लोग कर लेते हैं परन्तु रात की दाल और सब्जी उसे बनाना रहता है। सभी को समय पर खाना चाहिए होता है। वह भी एक तरफ दाल को कुकर में नमक और हल्दी मिलाकर उबालने रख लेती है और दूसरी तरफ छोंक बना देती है और दाल में मिला देती है। दाल की शक्ल तो सही होती है परन्तु जब सब लोग खाने बैठते हैं तो कोई कहता नहीं है परन्तु उसे खुद भी दाल भाती नहीं। दाल में बढ़िया स्वाद नहीं आता।ज्यादा तर गृहणियां यही करती है। परन्तु दाल तो ऐसी होनी चाहिए कि सब उसे बस खा ही लेना चाहते हों। आइए जानते हैं इसी दाल को हम कैसे स्वादिष्ट बना सकते हैं।स्टेप १ : कुकर का काम तो सिर्फ दाल को गलाना है। कूकर में पहले दाल को नमक हल्दी के साथ गला लें।स्टेप २ : कड़ाई में छोंक बना लें और दाल को कड़ाई में डालें। ( दाल को घी में छोंके तो ज्यादा अच्छी बनेगी। अगर कम भी घी लेना है तो कोई बात नहीं परन्तु देसी घी में ज्यादा स्वादिष्ट बनती है )स्टेप ३: छोंक के बाद भी ५ से १० मिनट तक छोंक में उबलनें दें। इससे छोंक का स्वाद पूरी दाल में आ जायगा।स्टेप ४ : अगर गैस बंद कर निम्बू का थोड़ा रस मिला दें तो और बढ़िया लगेगी। परोसते समय धनिया और राई-जीरे, लाल मिर्च के छोंक से सजावट भी अच्छी लगेगी और खुशबू से खाने की टेम्पटेशन भी बढ़ जायगी।
मेरी एक फ्रेंड नौकरी करती है। बाकी काम तो घर के लोग कर लेते हैं परन्तु रात की दाल और सब्जी उसे बनाना रहता है। सभी को समय पर खाना चाहिए होता है। वह भी एक तरफ दाल को कुकर में नमक और हल्दी मिलाकर उबालने रख लेती है और दूसरी तरफ छोंक बना देती है और दाल में मिला देती है। दाल की शक्ल तो सही होती है परन्तु जब सब लोग खाने बैठते हैं तो कोई कहता नहीं है परन्तु उसे खुद भी दाल भाती नहीं। दाल में बढ़िया स्वाद नहीं आता।
ज्यादा तर गृहणियां यही करती है। परन्तु दाल तो ऐसी होनी चाहिए कि सब उसे बस खा ही लेना चाहते हों। आइए जानते हैं इसी दाल को हम कैसे स्वादिष्ट बना सकते हैं।
स्टेप १ : कुकर का काम तो सिर्फ दाल को गलाना है। कूकर में पहले दाल को नमक हल्दी के साथ गला लें।
स्टेप २ : कड़ाई में छोंक बना लें और दाल को कड़ाई में डालें। ( दाल को घी में छोंके तो ज्यादा अच्छी बनेगी। अगर कम भी घी लेना है तो कोई बात नहीं परन्तु देसी घी में ज्यादा स्वादिष्ट बनती है )
स्टेप ३: छोंक के बाद भी ५ से १० मिनट तक छोंक में उबलनें दें। इससे छोंक का स्वाद पूरी दाल में आ जायगा।
स्टेप ४ : अगर गैस बंद कर निम्बू का थोड़ा रस मिला दें तो और बढ़िया लगेगी। परोसते समय धनिया और राई-जीरे, लाल मिर्च के छोंक से सजावट भी अच्छी लगेगी और खुशबू से खाने की टेम्पटेशन भी बढ़ जायगी।
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