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What nutritious food should be given to children when they feel hungry between lunch and dinner? By philanthropist Vanitha Kasniya Punjab Mostly I am in favor of giving any fruit or fruit-chaat to children at this time, yet sometimes I feel it right to give nutritious food to them even when they are very hungry. They eat these dishes with gusto. Vegetables like small chopped onions, tomatoes, cucumbers, potatoes, cheese, etc., double the nutrition and taste of these things.  bean sprout  Poha  Uttapam: A combination of semolina, curd and vegetables, this dish really tastes great.  Peanut Salad  Today's modern name of white gram salad is Chickpea Salad. green peas fry These days it is not the season of peas. After winter, we have kept a lot of peas frozen by filling them in plastic boxes. When needed, we fry them quickly.  finger chips  These dishes are made instantly and children do not even shrink their nose and eyebrows while eating them. In the beverage, Mango Shake, Banana Shake or Rooh Afza Shake is made, which gives them satiety and the lad starts praising, “Wow, very tasty!”  Bal Vanitha Mahila Ashram Children are very fond of sweets made of milk. Today, make khoya out of milk and make pedas from it. They liked it, my hard work became fruitful. This evening my little son was satisfied by having two pedas with Bournvita shake, everyone jokingly teases him by calling him sweet red because of his undying love for sweets. Bunita Ji, I hope you will like my suggested recipes to satisfy the light hunger of children's evening. All the pictures are not of my recipes. It will take a long time to reply to my pictures, so they have been removed from Google. Thanks for the request.

अधिकांशतः मैं बच्चों को इस समय कोई फल या फ्रूट-चाट देने के ही पक्ष में रहती हूँ,फिर भी कभी-कभी ज्यादा भूख लगने पर भी मुझे उनको पौष्टिक भोजन देना ही सही लगता है।

ये व्यंजन वे चाव से खाते हैं।छोटे-छोटे कटे प्याज,टमाटर खीरा,आलू,पनीर आदि सब्जियाँ इन चीजों के पोषण और स्वाद को दुगुना कर देते हैं।

अंकुरित दाल

पोहा

उत्तपम : सूजी, दही और सब्जियों का संगम यह व्यंजन वाकई बहुत स्वाद लगता है।

मूंगफली सलाद

सफेद चने के सलाद का आजकल का मार्डन नाम चिकपी सलाद😃

हरे मटर फ्राई

आजकल मटर का मौसम नहीं है।सर्दियों के बाद हमने प्लास्टिक के डब्बों में भरकर खूब सारे मटर फ्रीज करके रखे हैं।आवश्यकता पड़ने पर इनको फटाफट फ्राई कर लेते हैं।

फिंगर चिप्स

ये व्यंजन झटपट बन भी जाते हैं और बच्चे इनको खाने में नाक भौं भी नहीं सिकोड़ते।

पेय पदार्थ में मैंगो शेक,बनाना शेक या रुह अफजा शेक बना देते हैं जिससे इनको तृप्ति मिल जाती है और लाड मनुहार करने लगते हैं,"वाह,बहुत टेस्टी बना है!"

बाल वनिता महिला आश्रम

बच्चों को दूध की बनी मिठाइयाँ बहुत पसन्द हैं।आज ही दूध का खोया बनाकर उससे पेड़े बनाए।उन को पसंद आ गए,मेरी मेहनत सार्थक हो गई।

आज शाम को बोर्नवीटा शेक के साथ दो पेड़े खाकर मेरे छोटे बेटे को तृप्ति हो गई,उसके मीठे के प्रति अनन्य प्रेम के कारण सब उसे मजाक में मिठाई लाल कहकर छेड़ते है।

Bunita जी,आशा है आपको बच्चों की शाम की हल्की फुल्की भूख मिटाने के लिए मेरे सुझाए गए ये व्यंजन पसंद आएंगे।

सारे चित्र मेरे बनाए व्यजनो के नहीं है।मेरे चित्रों के चक्कर में उत्तर देने में काफी दिन लग जाएंगे,इसलिए गूगल से निकाले हैं।पेड़ों का चित्र मैंने अपने फोन से खींचा है।

अनुरोध के लिए धन्यवाद😊 ।

टिप्पणियाँ

🚩🪴पाक विधि 🪴🚩 अक्खा मसूर रेसिपी/ Akkha masur recipe in hindi अक्खा मसूर रेसिपी बहोत हेल्दी और

भोजन के साथ हरी मिर्च खाने से कौनसे फायदे होते हैं?By वनिता कासनियां पंजाब दुनिया में बहुत से ऐसे लोग है जिन्हें तीखा भोजन बहुत ज्यादा पसंद होता है। इसके लिए कई लोग खाने के साथ हरी मिर्च खाना पसंद करते है। कुछ लोगों का मानना होता है की हरी मिर्च खाने से पेट में एसिडिटी और जलन जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है।लेकिन मैं आपको भोजन के साथ हरी मिर्च खाने के फायदे बताने जा रहा हूँ।भोजन के साथ हरी मिर्च खाने के फायदेत्वचा में निखार बढ़ायेअगर आप नियमित रूप से भोजन के साथ हरी मिर्च का सेवन करते है। तो इससे आपकी त्वचा में निखार बढ़ेगा।और इसके अलावा त्वचा के दाग -धब्बे और पिंपल्स जल्द ही दूर हो जायेंगे।प्राकृतिक पेनकिलरआपको बता दे की हरी मिर्च को प्राकृतिक पेनकिलर के रूप में भी जाना जाता है। अगर आप भोजन के साथ इसका सेवन करते है तो आपके शरीर में होने वाले सभी प्रकार के दर्द ठीक हो जायेंगे।खून की कमी को पूरा करेंअगर आप नियमित रूप से हरी मिर्च का सेवन करते है तो आपके शरीर में खून की कमी पूरी हो जायेगीं। क्योंकि हरी मिर्च में प्रचुर मात्रा में आयरन पाया जाता है। और आयरन खून की कमी को दूर करने में सहायक है।कब्ज में सहायकआज के समय में लोगों को कब्ज की समस्या ज्यादा होती है। कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए हरी मिर्च बेहद फायदेमंद होती है। क्योंकि हरी मिर्च में पर्याप्त मात्रा में फाइबर पाया जाता है। जो पाचन तंत्र में सुधार करने में सहायक है।शक्ति में वृद्धिहरी मिर्च में भरपूर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है। जो रोगों से लड़ने की शक्ति में वृद्धि कर हमारी प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है।

भोजन के साथ हरी मिर्च खाने से कौनसे फायदे होते हैं? By वनिता कासनियां पंजाब दुनिया में बहुत से ऐसे लोग है जिन्हें तीखा भोजन बहुत ज्यादा पसंद होता है। इसके लिए कई लोग खाने के साथ हरी मिर्च खाना पसंद करते है। कुछ लोगों का मानना होता है की हरी मिर्च खाने से पेट में एसिडिटी और जलन जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है। लेकिन मैं आपको भोजन के साथ हरी मिर्च खाने के फायदे बताने जा रहा हूँ। भोजन के साथ हरी मिर्च खाने के फायदे त्वचा में निखार बढ़ाये अगर आप नियमित रूप से भोजन के साथ हरी मिर्च का सेवन करते है। तो इससे आपकी त्वचा में निखार बढ़ेगा।और इसके अलावा त्वचा के दाग -धब्बे और पिंपल्स जल्द ही दूर हो जायेंगे। प्राकृतिक पेनकिलर आपको बता दे की हरी मिर्च को प्राकृतिक पेनकिलर के रूप में भी जाना जाता है। अगर आप भोजन के साथ इसका सेवन करते है तो आपके शरीर में होने वाले सभी प्रकार के दर्द ठीक हो जायेंगे। खून की कमी को पूरा करें अगर आप नियमित रूप से हरी मिर्च का सेवन करते है तो आपके शरीर में खून की कमी पूरी हो जायेगीं। क्योंकि हरी मिर्च में प्रचुर मात्रा में आयरन पाया जाता है। और आयरन खून की कमी को दूर करने ...

गोंद का हलवा बनाने की विधि–Gond Ka Halwa Recipe By वनिता कासनियां पंजाब सर्दी का मौसम आते ही सबके जुबान पर एक ही नाम होता है गोंद का हलवा (Gond Ka Halwa Recipe)। शादी सामारोह में तो इसे खास तौर पर बनाया जाता है। आज हम आपके लिए लेकर आए है हलवाई स्टाइल गोंद का हलवा, जो आप आसानी से घर पर बना सकते है। तो चलिए गोंद का हलवा बनाना शुरू करते है।gond ka halwa recipegond ka halwa recipeगोंद का हलवा बनाने की सामग्री300 ग्राम घी1 कप गोंद250 ग्राम चीनी2 कप नारियल1 कप कटे हुए बादाम और काजू1 कप मावा या मलाई7-8 काली मिर्चआधा कप खसखस या सूजी2 कप गेहूँ का मोटा आटागोंद का हलवा बनाने की विधिसबसे पहले हम एक कङाही लेंगे और उसमें घी डाल देंगे।जब घी गर्म हो जाएगा तब हम इसमें 1 मुट्ठी गोंद डाल देंगे और घी में गोंद के फूले बना लेंगे।ध्यान रखें एक साथ गोंद कभी-भी घी में नहीं डालना चाहिए क्योंकि इससे गोंद चिपकने लगता है।इसलिए हम थोङा-थोङा गोंद डालेंगे और गोंद के फूले बना लेंगे।जब फूले तैयार हो जाएंगे तब हम इसे एक प्लेट में निकाल लेंगे।गोंद भूनने के बाद हम इसी घी में कटे हुए काजू और बादाम डाल उन्हें भी हल्का भून लेंगे।इससे काजू और बादाम में बढ़िया खूश्बू के साथ-साथ उनका स्वाद भी बढ़ जाएगा।काजू और बादाम को भूनने के बाद हम एक बर्तन लेंगे और उसमें चीनी डाल देंगें। चीनी के अंदर हम डेढ़ कप पानी डाल देंगे।हमें चाशनी एक तार की बनानी है।जब तक चाशनी बनती है तब तक हम हलवे के लिए गेहूँ का आटा भून लेंगे।गोंद के हलवे में मोटा आटा डाला जाता है क्योंकि इससे गोंद का हलवा चिपकता नहीं है और अलग-अलग पङा रहता है।आप गेहूँ को अच्छे से साफ करके मिक्सी में डाल कर गेहूँ को पीस सकते है। इससे भी हलवा अच्छा बनता है।जिस घी में हमने गोंद और बादाम भूने थे उसी घी में हम आटा डालकर इसे अच्छे से भून लेंगे।जब आटा अच्छे से भून जाएगा तब हम इसमें काली मिर्च व मावा डाल देंगे।अगर आपके पास मावा नहीं है तो आप इसमें मलाई का उपयोग भी कर सकते है।

गोंद का हलवा बनाने की विधि–Gond Ka Halwa Recipe By वनिता कासनियां पंजाब सर्दी का मौसम आते ही सबके जुबान पर एक ही नाम होता है गोंद का हलवा (Gond Ka Halwa Recipe)। शादी सामारोह में तो इसे खास तौर पर बनाया जाता है। आज हम आपके लिए लेकर आए है हलवाई स्टाइल गोंद का हलवा, जो आप आसानी से घर पर बना सकते है। तो चलिए गोंद का हलवा बनाना शुरू करते है। gond ka halwa recipe गोंद का हलवा बनाने की सामग्री 300 ग्राम घी 1 कप गोंद 250 ग्राम चीनी 2 कप नारियल 1 कप कटे हुए बादाम और काजू 1 कप मावा या मलाई 7-8 काली मिर्च आधा कप खसखस या सूजी 2 कप गेहूँ का मोटा आटा गोंद का हलवा बनाने की विधि सबसे पहले हम एक कङाही लेंगे और उसमें घी डाल देंगे। जब घी गर्म हो जाएगा तब हम इसमें 1 मुट्ठी गोंद डाल देंगे और घी में गोंद के फूले बना लेंगे। ध्यान रखें एक साथ गोंद कभी-भी घी में नहीं डालना चाहिए क्योंकि इससे गोंद चिपकने लगता है। इसलिए हम थोङा-थोङा गोंद डालेंगे और गोंद के फूले बना लेंगे। जब फूले तैयार हो जाएंगे तब हम इसे एक प्लेट में निकाल लेंगे। गोंद भूनने के बाद हम इसी घी में कटे हुए काजू और बादाम डाल उन्हें भी हल्का भून लें...

🍯 धरती पर खाने की सबसे शुद्ध ,चीज़ कौनसी मानी जाती है ?By वनिता कासनियां पंजाब धरती पर खाने की सबसे शुद्ध चीज़ कौनसी मानी जाती है ?आज के समय हर किसिको पिज्जा खाना बहोत अच्छा लगता है। गावों से ज्यादा पिज्जे के बारे। में शहरों के लोगों को इसके बारे में बहोत जानकारी होती है। कई बार चीज पिज्जा भी हम खाना पसंद करते है। पिज्जा बनाते वक्त कई बार लोग अपने सेहत का ध्यान ही नही रखते है,उसपे कई सारा तेल लगाकर खाते है। हम आज के समय ऑइल का इस्तमाल इतना ज्यादा कर रहे हैं,की वह हमारे जीवन पर हावी हो रहा है। हम कई प्रकार के पदार्थ आज के समय खाते हैं। पर देखा जाए तो यह सभी पदार्थ शुद्ध नहीं हैं। किसी भी पदार्थ की शुद्धता हम भारतवासी उसके पवित्रता से देखते है। समय के साथ हमारे खानपान में बहोत से बदलाव हो रहे हैं। पर आज भी हम घी जरूर खाते है।भारत में हर गावों में माताएं अपने बच्चे को घी जरूर खिलाती है। हमारी संस्कृति के अनुसार और लोगों के अनुमान के अनुसार घी यह पृथ्वी का सबसे शुद्ध खाने का पदार्थ है। घी का वर्णन भारतीय संस्कृति में पहले से ही है। कई ऋषि अपने श्लोकों और कथाओं में घी की पवित्रता के बारे में लोगों को बताते है। यह सोचने की बात है की,पहले के समय लोग सभी प्रकार के तेल निकालते थे और अपने खाने में सिर्फ घी का इस्तेमाल क्यों करते थे ? हम भी जानते है की,घी यह कितने प्रक्रिया के बाद हमे मिलता है। घी यह सबसे शुद्ध होने के साथ ही वह अपने आप में शरीर को बढ़ाने वाला प्रोटीन है। घी यह कई प्रकार के मिनरल्स का खजाना है। घी को जब हम खाने में लाते हैं,तब हमे उसका फायदा जरूर होता है और उसके साथ हमारे पाचनक्रीया में भी बहोत सुधार आता हैं। कुछ सालों पहले अलग–अलग तेल की कंपनियां घी के बारे में अफवाएं फेहलाती थीं। घी का इस्तमाल लोगों के जीवन में कम होने का कारण ऑइल की कंपनिया ही है। घी में ज्यादा मात्रा में सैचुरेटेड फैट पाया ज्याता है और वह हमारे शरीर के लिए हानिकारक है उसके साथ ही कई बीमारियों की जड़ भी घी ही है। एसी कई अफवाओं के कारण घी का इस्तेमाल कुछ समय लोग कम ही कर रहे थे। कई बार लैब में टेस्टिंग के बाद यह कंपनियों का फर्जीवाड़ा सामने आया। जो सबसे अच्छा और सही घी होता हैं उसकी एक्सपायरी नही होती है। देशी गाय का घी शुद्धता के साथ भारत में दिए जलाने के लिए भी इसका इस्तेमाल कर सकते है। घी शारीरिक कई समस्याओ को मिटाता ही है और उसके साथ ही इसको स्किन के उपर भी लगाया जाता है। स्किन पर लगाने का सबसे बड़ा फायदा यह है की,इसकी वजहसे गोरापन और निखार आता है। घी ने कई शारीरिक औषधियों की जगह लियी है। आयुर्वेद में जिस तरह घी का उपयोग बताया हैं, उस तरह हम उसे दैनिक जीवन में ला सके तो किसी भी शरीर के अंतर्गत रोगों का होना संभव नही है।कई सारे घी के फायदे है और इसी कारण यह धरती की सबसे शुद्ध चीज है। आशा है,आप धरती पर खाने की सबसे शुद्ध चीज यानी घी के बारे में जरूर जान गए होंगे। घी का सेवन ज्यादा से ज्यादा करिए। आपका अन्य कोई भी प्रश्न हो तो नीचे कमेंट में पूछने से न शरमाए। अच्छा लगा हो तो दोस्तों को जरूर शेयर करे।

🍯 धरती पर खाने की सबसे शुद्ध चीज़ कौनसी मानी जाती है ? By  वनिता कासनियां पंजाब   धरती पर खाने की सबसे शुद्ध चीज़ कौनसी मानी जाती है ? आज के समय हर किसिको  पिज्जा  खाना बहोत अच्छा लगता है। गावों से ज्यादा पिज्जे के बारे। में शहरों के लोगों को इसके बारे में बहोत जानकारी होती है। कई बार चीज पिज्जा भी हम खाना पसंद करते है। पिज्जा बनाते वक्त कई बार लोग अपने सेहत का ध्यान ही नही रखते है,उसपे कई सारा तेल लगाकर खाते है।  हम आज के समय ऑइल का इस्तमाल इतना ज्यादा कर रहे हैं,की वह हमारे जीवन पर हावी हो रहा है।  हम कई प्रकार के पदार्थ आज के समय खाते हैं। पर देखा जाए तो यह  सभी पदार्थ शुद्ध नहीं हैं। किसी भी पदार्थ की शुद्धता हम भारतवासी उसके पवित्रता से देखते है। समय के साथ हमारे खानपान में बहोत से बदलाव हो रहे हैं। पर आज भी हम घी जरूर खाते है। भारत में हर गावों में माताएं अपने बच्चे को घी जरूर खिलाती है।  हमारी संस्कृति के अनुसार और लोगों के अनुमान के अनुसार घी यह पृथ्वी का सबसे शुद्ध खाने का पदार्थ है। घी का वर्णन भारतीय संस्कृति में पहले से ही है। कई...

What are the benefits of Kulthi Dal?By philanthropist Vanitha Kasniya Punjabthis is kulthi dal*************There is a picture of lentils kept in my house. I consume this dal regularly.making kulthi dal

कुलथी दाल के क्या फायदे हैं? By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब ये है कुल्थी दाल ************* मेरे घर में रखे हुए दाल की तस्वीर है । मैं इस दाल का नियमित तौर पर सेवन करती हूँ । कुल्थी दाल बनाने का तरीका : - कुल्थी दाल अच्छी तरह से साफ कर लीजिए इसमें कोई कंकड़ पत्थर ना हो । कड़ाही में सूखा ही भूनना है पहले इस दाल को जिसे तातल करना भी कहते हैं । जब दाल थोड़ी भूरे रंग का होने लगे भूनने की खुशबू आने लगेगी और पट पट की आवाज आने लगेगी उतारकर किसी बर्तन में ठंढा होने फैला दीजिए । अब इसे दल लेना है सिलबट्टे या मिक्सी में बिल्कुल कम समय मे सिर्फ एक बार मिक्सी चलायें दाल दल जाएगी । इसको फटककर छिलका साफ कर लें । यह दाल पानी ज्यादा सोखता है अतः अन्य दालों से थोड़ा अधिक पानी रखें । उबलते पानी में दाल डालेंगे । लहसुन की कलियां 7 से 8 , नमक , लाल मिर्च पाउडर, हल्दी , डाल दें । थोड़ा ज्यादा सिटी लगानी है । पकने में समय लगता है । दाल बन जाने पर सरसों के तेल में लहसुन और साबुत लाल मिर्च से छौंक लगा लीजिये । खाली दाल गर्म गर्म पीना बहुत ही फायदेमंद साबित होता है । आप इसे चावल से खाइए वह भी बहुत अच्छा है । ...

फलाहारी स्ट्रॉबेरी हलुआ कैसे बनाते हैं? By Vnita kasnia Punjab दुग्ध-उत्पाद मुक्त (vegan) शाकाहारी पकवानसमय :—तैयारी के लिए : लगभग ५ मिनटपकाने के लिए : लगभग ५-७ मिनटकुल समय : लगभग १० मिनटसामग्री :—ताजा स्ट्रॉबेरी — २५० ग्राम (अमेरिकी पाठक : ९ आउंस)फूफू आटा (अरबी का आटा अथवा केले का आटा) — १५० ग्राम (अमेरिकी पाठक : ४.५ आउंस)यह उपलब्ध न हो तो राजगीर या सिंघाड़े का आटा भी प्रयोग कर सकते हैं।साधारण उपयोग में गेहूँ का आटा भी प्रयोग कर सकते हैं।शक्कर — ५०-७५ ग्राम स्वाद के अनुसार, स्ट्रॉबेरी यदि खट्टी हो तो शक्कर की मात्रा बढाई जा सकती है। (अमेरिकी पाठक : २ से ३ आउंस)नारियल का बूरा — ५० ग्राम । (अमेरिकी पाठक : २ आउंस)पिसी छोटी इलायची (२-३)विधि :—स्ट्रॉबेरी के दो या तीन काटकर टुकड़े कर लें। (अमेरिकी पाठकों के लिए विशेष निर्देश —१. काटने के चाकू के उपयोग के बारे में —ये बच्चों के खेलने की चीज़ नहीं,हाथ कट जाए तो ख़ून निकल आता है.– राजा, वक्त (१९६५)२. स्ट्रॉबेरी का हरा भाग खाने योग्य नहीं है, उसे काट कर अलग कर दें और कृपया खाने के काम न लें।३. यह हरा भाग खेलने की वस्तु भी नहीं है, इससे श्वासमार्ग अवरुद्ध हो सकता है, अतः इन्हें सावधानीपूर्वक बच्चों की पहुँच से सुरक्षित कचरापात्र में डाल दें।)अब इसमें आटा, नारियल का बूरा और शक्कर के साथ मिलाकर मिक्सी में अच्छी तरह से एक सार कर लें। (अमेरिकी पाठकों के लिए विशेष निर्देश — मिक्सी में यह सब डालते समय ध्यान रखें कि मिक्सी बन्द है, मिक्सी के ढक्कन को ठीक से बन्द कर ही मिक्सी चलाएँ, और मिक्सी का ढक्कन उसे चलाना बन्द कर ही खोलें।)अब इस मिश्रण को कढाई में उडेल दें।यदि आप तापमान सेट कर सकते हैं तो १००° सेंटीग्रेड (अमेरिकी पाठकों के लिए विशेष निर्देश — २१२° फारेनहाइट) पर (गैस पर धीमी आँच रखकर) पकाईए। इस मिश्रण को लगातार चम्मच से आडोलित (स्टिर) करते रहें, जिससे इस मिश्रण में गुठलियाँ न पड़ने पाएँ। यह मिश्रण जल्दी ही गाढ़ा होने लगेगा।अब इसे आँच से उतार कर थाली में जमा लीजिए, और इस पर पिसी इलायची को भुरका दें। चाहें तो इसे सूखे मेवों से भी सजा सकते हैं। (अमेरिकी पाठकों के लिए विशेष निर्देश : इसे ११०° फारेनहाइट तक ठण्डा होने दें, उससे पूर्व इसका सेवन न करें, यह गर्म है आप जल सकते हैं। )अपने प्रिय जनो के साथ इसका आनन्द लें।इस प्रकार के अन्य रोचक उत्तर आप मेरे मञ्च पाक विधि पर पढ सकते हैं।इस लेख को उद्धृत करते हुए इस लेख के लिंक का भी विवरण दें।

फलाहारी स्ट्रॉबेरी हलुआ कैसे बनाते हैं? By Vnita kasnia Punjab दुग्ध-उत्पाद मुक्त (vegan) शाकाहारी पकवान समय  :— तैयारी के लिए : लगभग ५ मिनट पकाने के लिए : लगभग ५-७ मिनट कुल समय : लगभग १० मिनट सामग्री  :— ताजा स्ट्रॉबेरी — २५० ग्राम ( अमेरिकी पाठक : ९ आउंस ) फूफू आटा (अरबी का आटा अथवा केले का आटा) — १५० ग्राम ( अमेरिकी पाठक : ४.५ आउंस ) यह उपलब्ध न हो तो राजगीर या सिंघाड़े का आटा भी प्रयोग कर सकते हैं। साधारण उपयोग में गेहूँ का आटा भी प्रयोग कर सकते हैं। शक्कर — ५०-७५ ग्राम स्वाद के अनुसार, स्ट्रॉबेरी यदि खट्टी हो तो शक्कर की मात्रा बढाई जा सकती है। ( अमेरिकी पाठक : २ से ३ आउंस ) नारियल का बूरा — ५० ग्राम । ( अमेरिकी पाठक : २ आउंस ) पिसी छोटी इलायची (२-३) विधि :— स्ट्रॉबेरी के दो या तीन काटकर टुकड़े कर लें। ( अमेरिकी पाठकों के लिए विशेष निर्देश — १. काटने के चाकू के उपयोग के बारे में — ये बच्चों के खेलने की चीज़ नहीं, हाथ कट जाए तो ख़ून निकल आता है. – राजा, वक्त (१९६५) २. स्ट्रॉबेरी का हरा भाग खाने योग्य नहीं है, उसे काट कर अलग कर दें और कृपया खाने के काम न लें। ३. यह हरा भाग ख...

potato peel benefits हर घर में सब्जी बनाने के लिए आलू का इस्तेमाल अधिक तौर पर किया जाता है। लेकिन अगर आप भी सिर्फ आलू को उपयोग में लाकर छिलकों को फेंक देती है तो यह जानकारी आपके बहुत काम की हैं। क्योंकि आलू के छिलके (benefits of potato) सेहत को संवारने के साथ-साथ किचन के लिए भी इस्तेमाल करके आप इसका लाभ ले सकते हैं। By वनिता कासनियां पंजाब :जानिए यहां आलू के छिलकों (aalu chhilke) के बारे में खास ट्रिक्स-1. कुरकुरा स्नैक बनाएं- आप आलू के छिलकों से किचन की कढ़ाई या कुकर चमकाने से लेकर खाने की कई सामग्री बनाकर इसे उपयोग में ले सकती हैं। जैसे- एक कप आलू के छिलके में चुटकी भर नमक मिलाकर मिक्सी में दरदरा पीस लें और तैयार आलू क्रम्ब्स को ब्रेड क्रम्ब्स की जगह स्नैक्स बनाने के घोल इस्तेमाल करें तथा डिप करके कुरकुरा स्वादिष्ट स्नैक्स बना कर खाने के काम में लाएं।2. बर्तन चमकाएं- गंदे हो रहे किचन के बर्तनों को चमकाने के लिए आलू के छिलके का उपयोग करें। अगर आपके घर में भी रोजमर्रा काम में आने वाली लोहे की कढ़ाई, तवा या पैन आदि को साफ करने के लिए एक कप आलू के छिलके, दो चम्मच वेजिटेबल ऑयल और एक कप पानी मिलाकर चुटकी भर नमक डालकर गंदे बर्तन को उबाल लें और आलू के छिलके और स्क्रब से बर्तन को साफ करके अच्छे से धो लें।3. ब्लड प्रेशर : आलू में भरपूर मात्रा में पोटेशियम पाया जाता है, जो कि ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में हमारी मदद करता है।4. बल : आलू के छिलके में भरपूर मात्रा में विटामिन बी3 पाया जाता है, जो कि शरीर को बल या ताकत देने का काम करता है।5. फाइबर : हमारी डाइट में फाइबर की कुछ मात्रा जरूर शामिल होना चाहिए और आलू के छिलके में अच्छी मात्रा में फाइबर्स होते हैं। ये डाइजेस्ट‍िव सिस्टम को भी बूस्ट करने का काम करते हैं। छिलकों के साथ आलू का सेवन आपको फाइबर भी देता है और आपको पाचन संबंधी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता। ये आपके पाचन क्रिया को बेहतर बनाते हैं।6. पोषक तत्व : अगर आप छिलकों के साथ आलू की सब्जी बनाते हैं तो इसका स्वाद तो बढ़ता ही है, आपको अतिरिक्त पोषण भी मिलता है, क्योंकि इनके छिलकों में पोषक तत्व होते हैं।7. लाजवाब कुरकुरे वेजेज : एक-दो कप आलू के छिलके लेकर धोकर सुखा लें। अब एक बेकिंग ट्रे में फैलाकर ऊपर से तेल लगाएं। काली मिर्च एवं लाल मिर्च पाउडर तथा स्वादानुसार नमक बुरका कर अच्छी तरह से हाथों से मिक्स कर लें। अब इन्हें गरम तेल में शैलो या डीप फ्राई कर लें और तैयार लाजवाब वेजेज या क्रिस्प्स का चाय के साथ आनंद उठाएं।8. मेटाबॉलिज्म : आलू के छिलके मेटाबॉलिज्म को भी सही रखने में मददगार होते है। इन्हें खाने से नर्व्स को मजबूती मिलती है।9. एनीमिया : आलू के छिलके में आयरन भी भरपूर मात्रा में होता है जिससे एनीमिया होने का खतरा बहुत हद तक कम हो जाता है। यह शरीर में आयरन की कमी को भी पूरा करता है और एनीमिया से भी बचाता है।10. निखारें सेहत और सौंदर्य : आलू और आलू का छिलका किचन में उपयोगी होने के साथ-साथ सिर्फ सेहत ही नहीं सौंदर्य निखारने के लिए भी काम आते हैं, आलू का छिलका त्वचा पर रगड़ने से ये जहां त्वचा को झुर्रियों और दाग धब्बों से बचाते हैं, वहीं बालों को मजबूती देने के काम भी आता है। Potato uses

potato peel benefits हर घर में सब्जी बनाने के लिए आलू का इस्तेमाल अधिक तौर पर किया जाता है। लेकिन अगर आप भी सिर्फ आलू को उपयोग में लाकर छिलकों को फेंक देती है तो यह जानकारी आपके बहुत काम की हैं। क्योंकि आलू के छिलके (benefits of potato) सेहत को संवारने के साथ-साथ किचन के लिए भी इस्तेमाल करके आप इसका लाभ ले सकते हैं। By वनिता कासनियां पंजाब  : जानिए यहां आलू के छिलकों (aalu chhilke) के बारे में खास ट्रिक्स- 1. कुरकुरा स्नैक बनाएं-  आप आलू के छिलकों से किचन की कढ़ाई या कुकर चमकाने से लेकर खाने की कई सामग्री बनाकर इसे उपयोग में ले सकती हैं। जैसे- एक कप आलू के छिलके में चुटकी भर नमक मिलाकर मिक्सी में दरदरा पीस लें और तैयार आलू क्रम्ब्स को ब्रेड क्रम्ब्स की जगह स्नैक्स बनाने के घोल इस्तेमाल करें तथा डिप करके कुरकुरा स्वादिष्ट स्नैक्स बना कर खाने के काम में लाएं। 2. बर्तन चमकाएं-  गंदे हो रहे किचन के बर्तनों को चमकाने के लिए आलू के छिलके का उपयोग करें। अगर आपके घर में भी रोजमर्रा काम में आने वाली लोहे की कढ़ाई, तवा या पैन आदि को साफ करने के लिए एक कप आलू के छिलके, द...

पाक विधि सावन का महीना चल रहा है इस महीने में कई त्यौहार आते है इन दिनों सभी घरो में राखी की तैयारी शुरू हो गयी है राखी का त्यौहार आने वाला है। त्योहार के मोके पर सभी घरो में अलग अलग मिठाईया बनने लगती है।By वनिता कासनियां पंजाब ज्यादातर घरो में लड्डू ,खीर जैसे चीजे बनती है। लेकिन अगर आप भी राखी के मोके पर स्वीट्स में कुछ अलग बनाने की सोच रहे है तो आप खाजा ट्राई कर सकते है। ये मेदा और गुड़ से बनता है। इसे बनाना काफी सरल है तो चलिए जानते है गुड़ का खाजा बनाने की सरल रेसिपी के बारे में सामग्री - मेदा 500 ग्राम ,बेकिंग पाउडर चम्मच ,घी 4 ,चम्मच ,दूध 500 मिली ,इलायची पाउडर 1 छोटा चम्मच,नारियल 1 कप ,तेल या घी ,फ़्राय करने के लिए ,गुड़ 500 ग्राम ,पानी जरूरतानुसारबनाने की विधि - गुड़ का खाजा बनाने के लिए सबसे पहले आप एक बाउल में मेदा को छान ले और इसे अच्छी तरह से मिलाकर साइड में रख दे। अब इसमें बेकिंग पाउडर ,घी गुड़ का पाउडर मिलाकर अच्छी तरह से मिला ले। अब इसमें दूध और पानी डाले इसका आटा गूथ ले। फिर इसे कुछ मिनट के लिए रख दे।अब आटे के सेट होने के बाद इसकी बराबर मात्रा में लोइया बना ले।अब लोइयों को रोटी की तरह पतला पतला बेल ले और साइड में बेल कर रख ले। अब आटे का खाजा बनाना होगा ,इसके लिए आप एक प्लेट में रोटी रखे उसके ऊपर मेदा,दही लगा ले और इसके ऊपर दूसरी रोटी रखे और रोटियों की परत बना ले।अब रोटियों की परत बनाने के बाद इन रोटियों कोफोल्ड करे और इसका रोल बना ले। फिर इस रोल को आप खाजा के शेप में काटकर बेल दे। इसके बाद एक कड़ाही में तेल गर्म करे और खाजा को डीप फ्राई करे। इसमें बाद आप गुड़ की चाशनी बना ले इसके लिए एक बर्तन में गुड़ और पानी डाले और चाशनी बना ले। चाशनी बनने के बाद खाजे को इन चाशनी में डाल दे और कुछ देर के लिए इसे ही छोड़ दे। अब कुछ देर बाद चाशनी से खाजा निकाल ले और इसे सर्व करे।

पाक विधि सावन का महीना चल रहा है इस महीने में कई त्यौहार आते है इन दिनों सभी घरो में राखी की तैयारी शुरू हो गयी है राखी का त्यौहार आने वाला है। त्योहार के मोके पर सभी घरो में अलग अलग मिठाईया बनने लगती है। By वनिता कासनियां पंजाब ज्यादातर घरो में लड्डू ,खीर जैसे चीजे बनती है। लेकिन अगर आप भी राखी के मोके पर स्वीट्स में कुछ अलग बनाने की सोच रहे है तो आप खाजा ट्राई कर सकते है। ये मेदा और गुड़ से बनता है। इसे बनाना काफी सरल है तो चलिए जानते है गुड़ का खाजा बनाने की सरल रेसिपी के बारे में सामग्री  - मेदा 500 ग्राम ,बेकिंग पाउडर चम्मच ,घी 4 ,चम्मच ,दूध 500 मिली ,इलायची पाउडर 1 छोटा चम्मच,नारियल 1 कप ,तेल या घी ,फ़्राय करने के लिए ,गुड़ 500 ग्राम ,पानी जरूरतानुसार बनाने की विधि -  गुड़ का खाजा बनाने के लिए सबसे पहले आप एक बाउल में मेदा को छान ले और इसे अच्छी तरह से मिलाकर साइड में रख दे। अब इसमें बेकिंग पाउडर ,घी गुड़ का पाउडर मिलाकर अच्छी तरह से मिला ले। अब इसमें दूध और पानी डाले इसका आटा गूथ ले। फिर इसे कुछ मिनट के लिए रख दे।अब आटे के सेट होने के बाद इसकी बराबर मात्रा में लोइ...

पास्ता पिज्जा बनाने की विधि – Pasta Pizza Recipe in Hindi By Vnita Kasnia Punjab पास्ता पिज्जा कैसे बनाएँPasta Pizza Recipe in HindiPasta Pizza Recipe in Hindiपास्ता पिज्जा बनाने की सामग्री1 कटोरी पास्ता3 बङे चम्मच दहीएक चौथाई चम्मच गर्म मसाला1 चम्मच यीस्ट4 चम्मच पिज्जा साॅसआधा चम्मच लाल मिर्च पाउडर1 चम्मच नमकआधा चम्मच निंबूएक चौथाई चम्मच हल्दीडेढ़ चम्मच अदरक और लहसून का पेस्ट150 ग्राम मैदा1 चम्मच चीनी2 चम्मच तेल1 कटोरी चीजआधी लाल शिमला मिर्च बारीक कटी हुईआधी हरी शिमला मिर्च बारीक कटी हुईपास्ता पिज्जा बनाने की विधिसबसे पहले हम एक बर्तन लेंगे और उसमें आधा कप पानी डाल देंगे। पानी डालने के बाद हम बर्तन के अंदर आधा चम्मच चीनी, राईइस्ट और नमक डाल देंगे।चीनी और नमक को अच्छे से मिक्स करने के 2 मिनट बाद हम इसमें मैदा डाल देंगे।मैदे में तेल डालकर हम इसे अच्छे से मिक्स कर देंगे।फिर हम मैदे में थोङा-थोङा गुनगुना पानी डालकर इसे गूंथ लेंगे।आटे को हम कङा नहीं रखेंगे। हम इसे मुलायम ही रखेंगे।आटा गूंथने के बाद हम आटे को एक घंटे के लिए कपङे से ढककर रख देंगे। अगर सर्दी का मौसम है तो हम इसे 2-3 घंटे ढ़ककर रखेंगे।जब तक आटा आराम कर रहा है तब एक हम पास्ता को उबाल लेंगे।पास्ता को उबालने के लिए हम एक कङाही लेंगे और उसमें 1 लीटर पानी डाल देंगे।जब पानी उबल जाएगा तब हम पानी में पास्ता और आधा चम्मच नमक डाल देंगे। पास्ता को उबलने में 13-14 मिनट लगेंगे।13-14 मिनट बाद पास्ता अच्छे से उबल जाएंगे। फिर हम पास्ता को पानी से निकाल कर एक अलग बर्तन में निकाल लेंगें।पास्ता के अंदर हम दही, अदरक लहसून का पेस्ट, लाल मिर्च पाउउर, हल्दी पाउडर, थोङा नमक, गर्म मसाला और नींबू का रस डाल देंगे।अब हम इन सभी चीजों को अच्छे से मिक्स कर देंगे।जब तक हम पास्ता का मिश्रण तैयार करेंगे तब तक हमारा मैदे का आटा तैयार हो चुका होगा।उसमें अच्छी तरह जाली बन जाएगी और वह पहले से दुगुना से भी ज्यादा हो जाएगा। क्योंकि पिज्जा में राईइस्ट डलती है जिससे वह दुगुना हो जाता है और वह स्पंज भी करने लगता है।अब हम पिज्जा को एक प्लेट में निकालेंगे और उस पर तेल लगाकर उसे और चिकना करेंगे।Pasta Pizza Recipe in Hindiमिश्रण को चिकना करने के बाद हम एक जाली लेंगे और उस पर आटे को अपने हाथों से फैला देंगे।जाली पर मिश्रण को फैलाने के लिए हमें बेलन की जरूरत नहीं पङेगी क्योंकि पिज्जा आटा बहुत ज्यादा मुलायम और चिकना होता है। वह हाथों से फैल जाता है।मिश्रण को जाली पर फैलाने के बाद हम इस पर दो चम्मच पिज्जा साॅस डाल देंगे।पिज्जा साॅस डालने के बाद हम पिज्जा पर पास्ता वाला मिश्रण डालेंगे।पिज्जा पर पास्ता आप डिजाइनदार स्टाइल में लगाएँ। आप पिज्जा पर पास्ता से फूल भी बना सकते है।फिर हम पिज्जा पर चीज लगा देंगे। आप यहाँ कोई भी ब्रांड की चीज उपयोग में ले सकते है।चीज लगाने के बाद हम पिज्जा पर हरी व लाल शिमला मिर्च डाल देंगे। आप यहाँ अपनी पसंद की कोई भी सब्जी का प्रयोग कर सकते है।सभी चीजों को लगाने के बाद हम इसे ओवन में रख देंगे।ओवन को हम पहले थोङा गर्म कर लेंगे और बाद हम पिज्जा को 180 डिग्री तापमान पर 15 मिनट के लिए पकने के लिए रख देंगे।15 मिनट बाद हम चेक करेंगे कि पिज्जा तैयार हुआ है या नहीं। इसके लिए हम एक कांटा लेंगे और उसे पिज्जा के चुभोकर वापिस बाहर निकाल लेंगे। अगर कांटे पर पिज्जा का मिश्रण लग गया तो पिज्जा तक कच्चा है। अगर पिज्जा कच्चा हो तो आप उसे और सेक लें।परन्तु 15 मिनट बाद पिज्जा बिल्कुल अच्छी तरह पक जाता है।15 मिनट बाद हम पिज्जा को ओवन से निकाल लेंगे और उसे ब्लेड या चाकू से काट लेंगे।हमारा टेस्टी पिज्जा बिल्कुल तैयार है।आप इस रेसिपी को जरूर ट्राई करें।इन बातों का रखें ध्यानपिज्जा के लिए आटा गूंथते समय इस बात का ध्यान रखें कि पानी गुनगुना होना चाहिए और आटा हमें कङा नहीं गूंथना है।पिज्जा को ओवन से निकालते समय अपने हाथों पर ग्लब जरूर पहनें।

पास्ता पिज्जा बनाने की विधि – Pasta Pizza Recipe in Hindi By Vnita Kasnia Punjab पास्ता पिज्जा कैसे बनाएँ Pasta Pizza Recipe in Hindi पास्ता पिज्जा बनाने की सामग्री 1 कटोरी पास्ता 3 बङे चम्मच दही एक चौथाई चम्मच गर्म मसाला 1 चम्मच यीस्ट 4 चम्मच पिज्जा साॅस आधा चम्मच लाल मिर्च पाउडर 1 चम्मच नमक आधा चम्मच निंबू एक चौथाई चम्मच हल्दी डेढ़ चम्मच अदरक और लहसून का पेस्ट 150 ग्राम मैदा 1 चम्मच चीनी 2 चम्मच तेल 1 कटोरी चीज आधी लाल शिमला मिर्च बारीक कटी हुई आधी हरी शिमला मिर्च बारीक कटी हुई पास्ता पिज्जा बनाने की विधि सबसे पहले हम एक बर्तन लेंगे और उसमें आधा कप पानी डाल देंगे। पानी डालने के बाद हम बर्तन के अंदर आधा चम्मच चीनी, राईइस्ट और नमक डाल देंगे। चीनी और नमक को अच्छे से मिक्स करने के 2 मिनट बाद हम इसमें मैदा डाल देंगे। मैदे में तेल डालकर हम इसे अच्छे से मिक्स कर देंगे। फिर हम मैदे में थोङा-थोङा गुनगुना पानी डालकर इसे गूंथ लेंगे। आटे को हम कङा नहीं रखेंगे। हम इसे मुलायम ही रखेंगे। आटा गूंथने के बाद हम आटे को एक घंटे के लिए कपङे से ढककर रख देंगे। अगर सर्दी का मौसम है तो हम इसे 2-3 घंटे ढ़ककर रख...

मूंग की दाल को जब कुकर में बनाया जाता है तो बड़े बुजुर्ग ये क्यों कहते हैं दाल उबली है पर बनी नहीं इसको धीमी आंच पर बिना ढक्क्न के कुछ देर ओर रखो? By वनिता कासनियां पंजाब मेरी एक फ्रेंड नौकरी करती है। बाकी काम तो घर के लोग कर लेते हैं परन्तु रात की दाल और सब्जी उसे बनाना रहता है। सभी को समय पर खाना चाहिए होता है। वह भी एक तरफ दाल को कुकर में नमक और हल्दी मिलाकर उबालने रख लेती है और दूसरी तरफ छोंक बना देती है और दाल में मिला देती है। दाल की शक्ल तो सही होती है परन्तु जब सब लोग खाने बैठते हैं तो कोई कहता नहीं है परन्तु उसे खुद भी दाल भाती नहीं। दाल में बढ़िया स्वाद नहीं आता।ज्यादा तर गृहणियां यही करती है। परन्तु दाल तो ऐसी होनी चाहिए कि सब उसे बस खा ही लेना चाहते हों। आइए जानते हैं इसी दाल को हम कैसे स्वादिष्ट बना सकते हैं।स्टेप १ : कुकर का काम तो सिर्फ दाल को गलाना है। कूकर में पहले दाल को नमक हल्दी के साथ गला लें।स्टेप २ : कड़ाई में छोंक बना लें और दाल को कड़ाई में डालें। ( दाल को घी में छोंके तो ज्यादा अच्छी बनेगी। अगर कम भी घी लेना है तो कोई बात नहीं परन्तु देसी घी में ज्यादा स्वादिष्ट बनती है )स्टेप ३: छोंक के बाद भी ५ से १० मिनट तक छोंक में उबलनें दें। इससे छोंक का स्वाद पूरी दाल में आ जायगा।स्टेप ४ : अगर गैस बंद कर निम्बू का थोड़ा रस मिला दें तो और बढ़िया लगेगी। परोसते समय धनिया और राई-जीरे, लाल मिर्च के छोंक से सजावट भी अच्छी लगेगी और खुशबू से खाने की टेम्पटेशन भी बढ़ जायगी।

मूंग की दाल को जब कुकर में बनाया जाता है तो बड़े बुजुर्ग ये क्यों कहते हैं दाल उबली है पर बनी नहीं इसको धीमी आंच पर बिना ढक्क्न के कुछ देर ओर रखो? By वनिता कासनियां पंजाब मेरी एक फ्रेंड नौकरी करती है। बाकी काम तो घर के लोग कर लेते हैं परन्तु रात की दाल और सब्जी उसे बनाना रहता है। सभी को समय पर खाना चाहिए होता है। वह भी एक तरफ दाल को कुकर में नमक और हल्दी मिलाकर उबालने रख लेती है और दूसरी तरफ छोंक बना देती है और दाल में मिला देती है। दाल की शक्ल तो सही होती है परन्तु जब सब लोग खाने बैठते हैं तो कोई कहता नहीं है परन्तु उसे खुद भी दाल भाती नहीं। दाल में बढ़िया स्वाद नहीं आता। ज्यादा तर गृहणियां यही करती है। परन्तु दाल तो ऐसी होनी चाहिए कि सब उसे बस खा ही लेना चाहते हों। आइए जानते हैं इसी दाल को हम कैसे स्वादिष्ट बना सकते हैं। स्टेप १ : कुकर का काम तो सिर्फ दाल को गलाना है। कूकर में पहले दाल को नमक हल्दी के साथ गला लें। स्टेप २ : कड़ाई में छोंक बना लें और दाल को कड़ाई में डालें। ( दाल को घी में छोंके तो ज्यादा अच्छी बनेगी। अगर कम भी घी लेना है तो कोई बात नहीं परन्तु देसी घी में ज्यादा स्वादिष्...

मैसूर पाक बनाने की विधि – Mysore Pak Recipe in Hindi By वनिता कासनियां पंजाब !! Mysore Pak RecipeMysore Pak Recipeमैसूर पाक बनाने की सामग्रीडेढ़ कप बेसनडेढ़ कप चीनीआधा कप तेल1 कप घीआधा कप पानीमैसूर पाक बनाने की विधि (Mysore Pak Banane Ki Vidhi)सबसे पहले हम एक कङाही लेंगे और उसमें आधा कप पानी और डेढ़ कप चीनी डाल देंगे।चाशनी बनाने के लिए हम यहाँ बङी कङाही लेंगे क्योंकि बाद में मैसूर पाक भी हम इसी कङाही में बनाना है।जब चीनी पानी में घुल जाएगी तब हम गैस से कङाही उतार देंगे। यहाँ हमें चाशनी में तार नहीं बनानी है।उसी गैस पर दूसरा बर्तन रख देंगे उसके अंदर हम घी और तेल डाल देंगे।आप यहाँ कोई कोई भी रिफाइंड ऑयल, राइस ऑयल या सनफ्लोवर ऑयल इस्तेमाल कर सकते है क्योंकि इन तेलों को कोई टेस्ट नहीं होता है।यहाँ पर तेल डालना इसलिए जरूरी होता है क्योंकि तेल से मैसूर पाक में जाली जल्दी बन जाती है। वैसे मैसूर पाक चिकना तो घी से हो ही जाता है।जब घी पिघल जाएगा तब हम घी को भी गैस से उतार देंगे और उसकी जगह चाशनी वाली कङाही को गैस पर रख देंगे।फिर हम चाशनी में थोङा-थोङा करके बेसन डालेंगे और दूसरे हाथ से उसे चलाते रहेंगे ताकि चाशनी में बेसन की गूठलियाँ ना बने।हम यहाँ थोङा मोटा बेसन इस्तेमाल करेंगे, क्योंकि मोटे बेसन से मैसूर पाक दानेदार और स्वादिष्ट बनता है।अगर आपके पास मोटा बेसन नहीं है तो आप चना दाल को मिक्सी में पीस कर उसका आटा बना लेंगे और छलनी से छान लेंगे। इससे भी मैसूर पाक बहुत अच्छा बनता है।Mysore Pak Recipe in Hindiयहाँ गैस की आंच हम कप रखेंगे क्योंकि मैसूर पाक बनाने में टाइम थोङा ज्यादा लगता है और अगर हम गैस की आंच ज्यादा रखेंगे तो बेसन जल जाएगा।चाशनी में बेसन को मिलाने के बाद हम उसमें एक बङा चम्मच घी और तेल वाला मिश्रण डाल देंगे और अच्छे से मिक्स कर देंगे।जब बेसन घी को सोख लेगा तब हम फिर से उसमें थोङा घी डालेंगे और फिर से मिक्स कर देंगे।इसी तरह हम थोङा-थोङा करके घी डालते जाएंगे और मिलाते जाएंगे। इससे मैसूर पाक में जाली बनेंगी और मैसूर पाक बिल्कुल मार्केट स्टाइल बनेगा।हमारा मैसूर पाक तो बिल्कुल तैयार है बस अब इसे ठंडा करना बाकी है। इसलिए हम एक टिन का बाॅक्स लेंगे और उसके चारों तरफ बटर पेपर लगा देंगे।बटर पेपर के ऊपर हम थोङा घी भी लगा देंगे। इससे मैसूर पाक ठंडा होने के बाद जल्दी निकल जाएगा।घी लगाने के बाद हम इसमें हमारा मैसूर पाक निकाल लेंगे। ध्यान रहें मैसूर पाक को बाॅक्स में निकालने के बाद मैसूर पाक को ऊपर से बिल्कुल भी नहीं दबाना है क्योंकि इसे दबाने से इसके अंदर की सारी जाली खत्म हो जाएगी।इसलिए हमें इसे सीधा ही डाल देना है। मैसूर पाक बहुत जल्दी ही सैट हो जाता है। इसलिए 10 मिनट बाद हम इसमें चाकू से कट लगा लेंगे, क्योंकि ठंडा होने के बाद मैसूर पाक में कट नहीं लगते है।मैसूर पाक में कट लगाने के बाद हम इसे 2 घंटे के लिए रख देंगे। 2 घंटे बाद हम चाकू से पहले लगाए हुए कटों पर दोबार काट लेंगे।हमारा मैसूर पाक बिल्कुल तैयार है। आप इसमें अपनी पसंद अनुसार इसमें ड्राई फ्रूट भी डाल सकते है। अगर आप इसमें ड्राई फ्रूट भून कर डालें तो इसका स्वाद ज्यादा बढ़ जाएगा।इन बातों का रखें ध्यानमैसूर पाक वैसे तो बनाना आसान ही होता है पर इसमें कुछ बातें ऐसी होती है, जिनका ध्यान रखना बहुत जरूर होता है। कभी-कभी मैसूर पाक में जाली नहीं बनती है। इसकी कई वजह हो सकती है-1. जब हम बेसन में घी डालने का काम करते है तब हम सारा घी या तो एक बार में ही डाल देते है।2. थोङा घी डालने के बाद उसे अच्छे से मिलाते नहीं है।3. घी डालने के बाद वेट नहीं करते कि डाला हुआ घी बेसन सोखा है या नहीं।अगर आप इन सबका ध्यान रखेंगे तो मैसूर पाक में जाली जरूर बनेगी।मैसूर पाक को बनाने के बाद आप जल्दी से इसे बाॅक्स में निकाल दीजिए क्योंकि मैसूर पाक बहुत जल्दी सैट होता है। अगर जल्दी नहीं डालते है या फिर थोङा वक्तलग जाता है तो बाद में बाॅक्स में डालने के बाद भी वो सैट नहीं होता है और बर्फी नहीं बनती है।अगर आपका बेसन दानेदार नहीं होगा तो भी मैसूर पाक अच्छा नहीं बनता है क्योंकि महीन बेसन से मैसूर पाक इकट्ठा हो जाता है।

मैसूर पाक बनाने की विधि – Mysore Pak Recipe in Hindi By वनिता कासनियां पंजाब  !! Mysore Pak Recipe मैसूर पाक बनाने की सामग्री डेढ़ कप बेसन डेढ़ कप चीनी आधा कप तेल 1 कप घी आधा कप पानी मैसूर पाक बनाने की विधि (Mysore Pak Banane Ki Vidhi) सबसे पहले हम एक कङाही लेंगे और उसमें आधा कप पानी और डेढ़ कप चीनी डाल देंगे। चाशनी बनाने के लिए हम यहाँ बङी कङाही लेंगे क्योंकि बाद में मैसूर पाक भी हम इसी कङाही में बनाना है। जब चीनी पानी में घुल जाएगी तब हम गैस से कङाही उतार देंगे। यहाँ हमें चाशनी में तार नहीं बनानी है। उसी गैस पर दूसरा बर्तन रख देंगे उसके अंदर हम घी और तेल डाल देंगे। आप यहाँ कोई कोई भी रिफाइंड ऑयल, राइस ऑयल या सनफ्लोवर ऑयल इस्तेमाल कर सकते है क्योंकि इन तेलों को कोई टेस्ट नहीं होता है। यहाँ पर तेल डालना इसलिए जरूरी होता है क्योंकि तेल से मैसूर पाक में जाली जल्दी बन जाती है। वैसे मैसूर पाक चिकना तो घी से हो ही जाता है। जब घी पिघल जाएगा तब हम घी को भी गैस से उतार देंगे और उसकी जगह चाशनी वाली कङाही को गैस पर रख देंगे। फिर हम चाशनी में थोङा-थोङा करके बेसन डालेंगे और दूसरे हाथ से उसे चलाते...